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उमा एक्सपोर्ट्स का आईपीओ 8 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
Uma Exports Listing: बी2बी कारोबार करने वाली कृषि सेक्टर की दिग्गज कंपनी उमा एक्सपोर्ट्स (Uma Exports) की आज घरेलू मार्केट में शानदार एंट्री हुई. इसके शेयर 68 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 18 फीसदी प्रीमियम भाव 80 रुपये पर लिस्ट हुए. लिस्टिंग के बाद यह और मजबूत हुआ और 84 रुपये के भाव पर पहुंच गया यानी पहले ही दिन आईपीओ निवेशकों की पूंजी करीब 24 फीसदी बढ़ गई. इस आईपीओ को लेकर अधिकतर ब्रोकरेज फर्मों ने मौसम और कमोडिटी ट्रेड पर सरकारी नीतियों से जुड़े रिस्क के अलावा पियर्स के मुकाबले एग्रेसिव इश्यू प्राइस के चलते अवाइड रेटिंग दी थी लेकिन इसने आज निवेशकों को गिरावट वाले बाजार में भी बेहतर लिस्टिंग गेन दिया.
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8 गुना सब्सक्राइब हुआ था इश्यू
उमा एक्सपोर्ट्स का 60 करोड़ रुपये का आईपीओ पिछले महीने 28-30 मार्च 2022 के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था. इसमें निवेश के लिए 220 शेयरों के लॉट साइज में 65-68 रुपये प्रति शेयर का लॉट साइज तय किया गया था. यह आईपीओ 7.67 गुना सब्सक्राइब हुआ था और सबसे अधिक खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा सब्सक्राइब हुआ था. क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 2.81 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 2.22 गुना और खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 10.11 गुना सब्सक्राइब हुआ था. प्रति शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है. इश्यू के तहत सभी शेयर नए जारी किए गए हैं और जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
उमा एक्सपोर्ट्स वर्ष 1988 से कारोबार कर रही है. यह कंपनी चावल, गेहूं, चीनी, मसाले, सूखी लाल मिर्च, धनिया, जीरा, अनाज और दालें इत्यादि का बी2बी कारोबार करती है. यह मैन्यूफैक्चरर्स और एक्सपोर्ट्स को सप्लाई करती है. इसके अलावा यह कंपनी कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और बर्मा से मसूर की दाल, तुअर दाल, काली उड़द दाल और सेम के बीजों का थोक में आयात करती है. यह कंपनी न सिर्फ घरेलू कंपनियों को कृषि उत्पादों की आपूर्ति करती है बल्कि मलेशिया, श्रीलंका और बांग्लादेश में भी कारोबार फैला रही है. कंपनी के वित्तीय स्थिति की बात करें तो पिछले तीन वित्त वर्षों में इसका शुद्ध मुनाफा (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) बढ़ा है. वित्त वर्ष 2018-19 में कंपनी को 2.89 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष बढ़कर 8.33 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 12.18 करोड़ रुपये हो गया.