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Jet Airways Stocks Performance: जेट एयरवेज के शेयरों में सोमवार को 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा.
Jet Airways Stocks Performance: जेट एयरवेज के शेयरों में सोमवार को 5 फीसदी का अपर सर्किट लगा. यह लगातार आठवां कारोबारी दिन है, जब जेट एयरवेज के शेयरों में अपर सर्किट लगा है. वहीं, मार्च के लो से देखें तो शेयर ने 26 मार्च के बाद से अबतक 262 फीसदी रिटर्न दिया है. ऐसी खबर है कि जेट एयरवेज के ऋणदाताओं से इसके रिवाइवल प्लान कािे मंजूरी मिल गई है. जिसके बाद से उम्मीद जताई जा रही है कि जेट एयरवेज फिर से उड़ान भर सकेगी. बता दें कि पिछले साल अप्रैल महीने से ही इस कंपनी के विमानों का संचालन बंद है.
रॉयटर्स के मुताबिक कंपनी के नए ओनर ने जेट एयरवेज के रिवाइवल के लिए इसमें 1000 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल डाले जाने की योजना बनाई है. वहीं, 5 साल के दौरान इसके क्रेडिटर्स को 1000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.
7 माह में 262 फीसदी रिटर्न
जेट एयरवेज का शेयर 26 मार्च को 13 रुपये के भाव पर आ गया था. यह शेयर के लिए 1 साल का लो था. वहीं, 26 मार्च के बाद से अबतक इसमें करीब 261 फीसदी तेजी आ चुकी है और शेयर आज 47 रुपये के भाव पर पहुंच गया. आज लगातार 8वां कारोबारी दिन है, जब जेट एयरवेज के शेयरों में अपर सर्किट लगा है.
निवेशकों का सेंटीमेंट हुआ मजबूत
असल ब्रिटेन की कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात के उद्यमी मुरारी लाल जालान वाली कंसोर्टियम जेट एयरवेज की नई मालिक बनी है. जेट एयरवेज को कर्ज देने वाली क्रेडिटर्स कमेटी ने इसके लिए मंजूरी दे दी है. वहीं, ई-वोटिंग के जरिये मुरारीलाल जालान और फ्लोरिएन फ्रिट्श का रेज्योलूशन प्लान 17 अक्टूबर 2020 को मंजूर कर लिया गया. बता दें कि जेट एयरवेज की स्थापना नरेश गोयल ने की थी. लेकिन फंड्स की गंभीर समस्या के कारण जेट एयरवेज को बंद करना पड़ा था.
पिछले साल अप्रैल से बंद हैं सेवाएं
पूर्ण विमानन सेवाएं देने वाली जेट एयरवेज के विमानों का संचालन पिछले साल अप्रैल से बंद हैं. जेट के बेड़े में एक समय 120 विमान थे, जो इसके बंद होने के समय सिर्फ 16 रह गए थे. फंड की समस्या की वजह से कंपनी को संचालन बंद करना पड़ा. परिचालन बंद करने के बाद कंपनी जून 2019 में कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत चली गई. दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत पहुंची जेट एयरवेज का घाटा मार्च 2019 को समाप्त वित्त वर्ष में और बढ़कर 5,535.75 करोड़ रुपये हो गया. कंपनी का खर्च बढ़ने से उसका घाटा बढ़ा है. वहीं इससे पिछले साल कंपनी ने 23,958.37 करोड़ रुपये का कारोबार किया.