/financial-express-hindi/media/post_banners/CV39X8C4PHcePfeFvJM7.webp)
अमेरिका में इन्फ्लेशन कम होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
US inflation: अमेरिका में इन्फ्लेशन कम होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं और अनुमान है कि इससे निपटने के लिए केंद्रीय बैंक ‘फेडरल रिजर्व’ सख्त कदम उठा सकता है. इसके चलते वित्तीय बाजार में निवेशकों का सेंटीमेंट प्रभावित हो रहा है और मंदी की आशंका बढ़ गई है. लंबे समय से महंगाई का कारण रहे कुछ फैक्टर्स मसलन गैस दाम, सप्लाई चेन में बाधा जैसी चीजों में नरमी आई है लेकिन कुछ अन्य कारण इन्फ्लेशन की स्थिति को और भी चिंताजनक बना रहे हैं.
Investors Alert: टीसीएस और इंफोसिस में Sell की रेटिंग, Goldman Sachs ने दिया ये टारगेट
अब दाम नहीं बढ़ रहे क्योंकि वे पहले ही आसमान छू चुके हैं. बल्कि मुद्रास्फीति अब अर्थव्यवस्था में और व्यापक पैठ बना चुकी है और इसके पीछे वजह है स्ट्रांग जॉब मार्केट. वेतन बढ़ने से कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं ताकि हायर लेबर कॉस्ट की पूर्ति की जा सके, वहीं इससे उपभोक्ताओं की खर्च करने की क्षमता भी बढ़ी है.
सालाना आधार पर 8.3 फीसदी बढ़ी महंगाई
मंगलवार को सरकार ने कहा कि महंगाई जुलाई से अगस्त के बीच 0.1 फीसदी और सालाना आधार पर 8.3 फीसदी बढ़ गई. हालांकि यह जून के चार दशक के उच्चतम स्तर 9.1 फीसदी से कम है. खाद्य और ऊर्जा जैसी अस्थिर श्रेणियों को छोड़ दें तो बुनियादी दाम भी अनुमान से कहीं अधिक तेजी से बढ़े हैं और ये जुलाई से अगस्त के बीच 0.6 फीसदी बढ़ गए. केंद्रीय बैंक बुनियादी दामों पर विशेष ध्यान देता है और हालिया आंकड़ों को देखते हुए कहा जा सकता है कि फेडरल रिजर्व और आक्रामक कदम उठा सकता है. बुनियादी आंकड़ों की मजबूती को देखते हुए ये चिंताएं पैदा हो गई हैं कि मुद्रास्फीति अब अर्थव्यवस्था के सभी कोनों तक पहुंच चुकी है.
(इनपुट-पीटीआई)