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Valiant Laboratories Listing
Valiant Laboratories Stock Listing: फार्मा सेक्टर की कंपनी Valiant Laboratories का स्टॉक आज शेयर बाजार में लिस्ट हों गया और इसमें ट्रेडिंग शुरू हो गई है. IPO खुल गया है. कंपनी का शेयर बीएसई पर 161 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ है, जबकि आईपीओ प्राइस 140 रुपये था. इस लिहाज से लिस्टिंग पर निवेशकों को 15 फीसदी या 21 रुपये प्रति शेयर रिटर्न मिला है. यह आईपीओ 27 सितंबर से 3 अक्टूबर तक खुला था. इसे निवेशकों की ओर से भी बेहतर रिस्पांस मिला. प्राइस बेंड 133-140 रुपए प्रति शेयर था, जबकि इश्यू का साइज 152.46 करोड़ रुपए था. सवाल यह है कि क्या लिस्टिंग के बाद शेयर बेचना चाहिए या लंबी अवधि के लिए होल्ड रखना चाहिए.
क्या बुक करना चाहिए प्रॉफिट?
Swastika Investmart के हेड आफ वेल्थ शिवानी न्याती का कहना है कि वैलिएंट लेबोरेटरीज का आईपीओ आज शेयर बाजार में पॉजिटिव लिस्ट हुआ, और आईपीओ प्राइस से 15% रिटर्न निवेशकों को मिला. आईपीओ को 29.76 गुना सब्सक्राइब किया गया, जो निवेशकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया है. ऐसा कंपनी के बेहतर वित्तीय प्रदर्शन, अनुभवी प्रमोटरों और उचित आईपीओ प्राइस की वजह से हो सकता है.
कुल मिलाकर वैलेंट लैबोरेटरीज की लिस्टिंग अच्छी रही, कंपनी को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली. हालांकि, निवेशकों को इससे जुड़े रिस्क पर भी सावधानी से विचार करना चाहिए, जैसे कंपनी का सिंगल-प्रोडक्ट फोकस, लिमिटेड संख्या में सप्लायर्स और ग्राहकों पर निर्भरता और प्रतिस्पर्धी इंडस्ट्री. ऐसे में निवेशकों को प्रॉफिट बुक कर अपनी पोजीशन से बाहर निकलने की सलाह है. लेकिन जो लोग लंबी अवधि के लिए इसे बनाए रखना चाहते हैं, उन्हें 150 पर स्टॉप लॉस रखना चाहिए.
निवेशकों से मिला था मजबूत रिस्पांस
Valiant Laboratories के आईपीओ को निवेशकों की ओर से बेहतर रिस्पांस मिला था और यह ओवरआल करीब 30 गुना सब्सक्राइब हुआ था. आईपीओ में 35 फीसदी हिस्स रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व था और यह ओवरआल 16 गुना सब्सक्राइब हुआ था. 50 फीसदी हिस्सा QIB के लिए रिजर्व था और यह 20.83 गुना भरा था. वहीं NII के लिए कोटा 15 फीसदी रिजर्व था और यह 73.64 गुना भरा था.
कैसे हैं कंपनी के फाइनेंशियल
Valiant Laboratories को 31 मार्च 2023 को खत्म फाइनेंशियल ईयर में 29 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था, जोकि सालभर पहले की समान अवधि में 27.50 करोड़ रुपए था. 31 मार्च 2023 को खत्म फाइनेंशियल ईयर में कंपनी की आय 338.77 करोड़ रुपए रही. जबकि कुल कर्ज 59.40 करोड़ रुपए था. यह फार्मा सेक्टर की कंपनी है. इसका कारोबार फार्मास्युटिकल इंग्रिडिएंट मैन्युफैक्चरिंग का है, जिसका फोकस पैरासिटामॉल बनाने पर है. इसका मैन्युफैक्चरिंग प्लांट महाराष्ट्र के पालघर में है. प्लांट 2000 वर्ग मीटर एरिया में है, जिसकी सालाना क्षमता 9000 MT है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)