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The Vodafone Group Plc. and Kumar Mangalam Birla owned company is looking to raise funds to pay its AGR dues.
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दो बड़ी अमेरिकी कंपनिया अमेजन (Amazon) और वेरिजन कम्युनिकेशंस (Verizon Communications) भारतीय टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) में करीब 400 करोड़ डॉलर (करीब 29,600 करोड़ रुपये) में हिस्सेदारी खरीद सकती हैं. इस खबर के बाद वोडाफोन आइडिया के शेयरों में 10 फीसदी तक की तेजी आई है. अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का घाटा बढ़कर 25,460 करोड़ रुपये हो गया है. मार्च तिमाही में कंपनी को 11,643 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था.
समाचार पत्र मिंट ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में बताया कि वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर अमेजन और वेरिजन कम्युनिकेशंस की बातचीत आगे बढ़ चुकी है. सुप्रीम कोर्ट के एजीआर को लेकर फैसले के चलते इस पर बातचीत पर ब्रेक लग गया था. हालांकि, अब फिर से डील पर बातचीत शुरू हो गई है. रॉयटर्स को फिलहाल दोनों कंपनियों ने इस पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सरकारी बकाया भुगतान के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है. हालांकि कंपनियां कम से कम 15 साल का समय मांग रही थी, जिसे कोर्ट ने नहीं माना. बता दें, एजीआर यानी एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू सरकार और टेलिकॉम कंपनियों के बीच का फी-शेयरिंग मॉडल है. 1999 में इसे फिक्स लाइसेंस फी मॉडल से रेवेन्यू शेयरिंग फी मॉडल बनाया था. टेलिकॉम कंपनियों को अपनी कुल कमाई का एक हिस्सा सरकार के साथ शेयर करना होता है.
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टेलिकॉम कंपनियों पर 1.69 लाख करोड़ बकाया
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार, टेलिकॉम कंपनियों पर 1.69 लाख करोड़ रुपये का बतौर एजीआर सरकारी बकाया बनता है. इसमें भी 26 हजार करोड़ रुपये दूरसंचार विभाग को मिल गए हैं. मार्च 2020 में एयरटेल पर करीब 26 हजार करोड़ रुपये बकाया है. वोडाफोन-आइडिया पर 55 हजार करोड़ और टाटा टेलीसर्विसेस पर करीब 13 हजार करोड़ रुपये बकाया है.