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आमतौर पर यह वोलैटिलिटी इंडेक्स 15 से 35 के बीच ऊपर-नीचे होता है. (File Photo- Reuters)
What is India VIX: यूक्रेन पर रूस के हमले के चलते दुनिया भर में शेयर बाजारों में भारी गिरावट दिख रही है. इस युद्ध के चलते महंगाई का दबाव बना हुआ है और बाजारों में उतार-चढ़ाव बना हुआ है. ऐसे में खुदरा निवेशकों के लिए सबसे बड़ी समस्या बाजार की चाल को लेकर है कि आगे बाजार किस तरफ बढ़ने वाला है. इसे लेकर एक अनुमान India VIX (इंडिया वोलैटिलिटी इंडेक्स) से लग सकता है. पिछले एक महीने में यह 31.27 फीसदी उछला है जिसे निवेशकों के लिए समझना जरूरी है कि बाजार की चाल को लेकर इससे क्या संकेत मिलते हैं.
ऐसे समझें India VIX का मतलब
मान लीजिए कि अभी India VIX 30 फीसदी पर है तो इसका मतलब यह हुआ कि आने वाले 30 दिन बाजार 30 फीसदी तक ऊपर या 30 फीसदी तक नीचे फिसल सकता है. एनएसई इसका कैलकुलेशन निफ्टी ऑप्शंस की ऑर्डर बुक के आधार पर करता है. इसे फीसदी के रूप में व्यक्त करते हैं. VIX शिकागो बोर्ड ऑप्शंस एक्सचेंज (CBOE) व स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S&P) का ट्रेडमार्क है जिसने एनएसई को इसका लाइसेंस दिया है और एनएसई इसके जरिए India VIX को दिखाता है. एनएसई ने करीब 14 साल पहले वर्ष 2008 में India VIX को पेश किया था जो आने वाले 30 दिनों में बाजार की चाल को लेकर एक पैमाने के तौर पर काम करता है.
Nifty और India VIX में क्या है संबंध
आमतौर पर यह वोलैटिलिटी इंडेक्स 15 से 35 के बीच ऊपर-नीचे होता है. 15 के आस-पास या इससे कम होने का मतलब है बाजार में उतार-चढ़ाव कम होगा जबकि इसके विपरीत 35 के आस-पास या इससे ऊपर होने का मतलब है कि बाजार में भारी उतार-चढ़ाव होगा. ब्रोकरेज फर्म एंजेल वन की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक India VIX जितनी बार 15 से कम था, उतनी बार निफ्टी मजबूत हुआ है. कोरोना से पहले यह वोलैटिलिटी इंडेक्स 30 से काफी कम था लेकिन महामारी के बाद यह 50 तक पहुंच गया. अभी यह 32.16 पर है.