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Windlas Biotech आईपीओ से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल क्षमता विस्तार मे करेगी
Windlas Biotech IPO Update: दवा फॉर्म्यूलेशन कंपनी Windlas Biotech का पब्लिश इश्यू 4 अगस्त को खुल था. IPO के सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने से पहले ग्रे मार्केट में इस पर 135 से 140 रुपये का प्रीमियम पहुंच गए. कंपनी ने अपने एक शेयर के लिए 448 से 460 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है. अगर ये शेयर इस प्राइस बैंड की अधिकतम कीमत पर अलॉट हुआ, तो कंपनी इस आईपीओ के जरिए 401.53 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब हो सकती है.
विंदलास बायोटेक का पब्लिक इश्यू सब्सक्रिप्शन के लिए 4 अगस्त को खुला था और यह आज 6 अगस्त को बंद हो जाएगा. यह इस साल का 31 वां आईपीओ है. निवेशक कम से कम 30 शेयरों के स्लॉट और इसके मल्टीपल में अप्लाई कर सकते हैं. आईपीओ के तहत 165 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि 51.42 लाख इक्विटी शेयर्स ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत बेचे जाएंगे. इसके जरिए प्रमोटर विमला विंदलास अपने 11.36 लाख इक्विटी शेयर बेचेंगी. मौजूदा निवेशक Tano India Private Equity fund II इस ऑफर फॉर सेल के तहत अपने सभी 40.6 लाख इक्विटी शेयर बेचना चाहता है. एसबीआई कैपिटल मार्केट्स (SBI Captial Markets), DAM Capital Advisors और IIFL Securities इसकी बुक रनिंग के लीड मैनेजर हैं.
रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी हिस्सा रिजर्व
आईपीओ के तहत जारी किए जाने वाले 50 फीसदी से ज्यादा शेयर क्यूआईबी (QIB) के लिए आरक्षित होंगे. रिटेल निवेशकों के लिए 35 फीसदी और बाकी 15 फीसदी शेयर गैर संस्थागत निवेशकों (NII) के लिए रिजर्व रखे गए हैं. बाकी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित है. इस आईपीओ की खास बात है कि अभी तक कोई फार्मा फॉर्म्यूलेशन कंपनी लिस्टेड नहीं है. अगर Windlas लिस्ट होती है तो यह इस तरह की पहली कंपनी होगी. कंपनी आईपीओ से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल कैपेसिटी बढ़ाने के लिए उपकरण खरीदने में करेगी.
क्या करती है कंपनी?
यह कंपनी देश में फार्मास्यूटिकल्स फॉर्म्यूलेशन कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्यूफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन (CDMO) इंडस्ट्री की पांच बड़ी कंपनियों में शामिल है. यह प्रोडक्ट डिस्कवरी से लेकर इसके डेवलपमेंट, लाइसेंसिंग और जेनेरिक प्रोडक्ट (दवा और न्यूट्रेकिल्स) के साथ कॉम्पलेक्स जेनेरिक प्रोडक्ट डेवलपमेंट और बिक्री में सक्रिय है. यह अपने ओवर द काउंटर और अपने ब्रांडेड प्रोडक्ट भी बेचती है. कंपनी आईपीओ से जुटाई गई पूंजी का इस्तेममाल देहरादून स्थित फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी उपकरणों की खरीद में करेगी.