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सुला विनेयार्ड्स आईपीओ के तहत कोई भी नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा यानी कि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का है.
Sula Vineyards IPO: वाइन बनाने वाली दिग्गज कंपनी सुला विनेयार्ड्स (Sula Vineyards) आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने बाजार नियामक सेबी के पास IPO के लिए ड्राफ्ट फाइल कर दिया गया है. इस इश्यू के तहत कोई भी नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा यानी कि यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) का है. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के पास दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के मुताबिक कंपनी के मौजूदा शेयरधारक और प्रमोटर्स ओएफएस विंडो के तहत अपनी हिस्सेदारी कम करेंगे. रिलायंस कैपिटल के पूर्व स्वामित्व वाली सब्सिडियरी रिलायंस कॉरपोरेट एडवायजरी सर्विसेज ने सुला विनेयार्ड्स में अपनी 19.05 फीसदी हिस्सेदारी 256 करोड़ रुपये में करीब चार साल पहले वर्ष 2018 में बेच दी थी.
Sula Vineyards के आईपीओ की डिटेल्स
- इश्यू के तहत कंपनी के प्रमोटर, फाउंडर और सीईओ राजीव सामंत के अलावा अन्य मौजूदा निवेशक ओएफएस विंडो के तहत 2,55,46,186 इक्विटी शेयरों की बिक्री करेंगे.
- इश्यू के कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सीएलएसए इंडिया और आईआईएफएल सिक्योरिटीज बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं.
- शेयरों की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई पर होगी.
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कंपनी के बारे में डिटेल्स
- सुला विनेयार्ड्स रेड, व्हाइट और स्पार्कलिंग वाइन बनाने वाली मार्केट ली़डर है. इसके पॉपुलर ब्रांड की बात करें तो यह सुला के अलावा रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सतोरी, मडेरा और डिया ब्रांड नाम से वाइन की बिक्री करती है.
- यह 13 ब्रांड की 53 अलग-अलग लेबल की वाइन तैयार करती है. इसके पास चार खुद की और दो लीज पर पर लगी गई महाराष्ट्र और कर्नाटक में प्रोडक्शन फैसिलिटीज है.
- नासिक की यह वाइन कंपनी देश में तेजी से आगे बढ़ने वाली एल्कोहॉलिक बीवरेज कंपनियों में शुमार है. वित्त वर्ष 2010-11 से वित्त वर्ष 2020-21 के बीच इसका कारोबार 13.7 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ा है.
- कारोबारी कमाई के हिसाब से वित्त वर्ष 2088-09 में इसकी 100 फीसदी ग्रेप्स वाइन कैटेगरी में 33 फीसदी मार्केट शेयर थी जो वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 52 फीसदी और फिर उसके अगले वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़कर 52.6 फीसदी हो गई.
- कंपनी की कारोबारी कमाई वित्त वर्ष 2020-21 में 417.96 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2021-22 में 453.92 करोड़ रुपये हो गई. कंपनी का मुनाफा वित्त वर्ष 2020-21 में 3.01 करोड़ रुपये था जो अगले ही वित्त वर्ष में बढ़कर 52.14 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
(इनपुट: पीटीआई)