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The management also announced an interim dividend of Rs 1 per equity share with the record date of January 25. The company has also closed a Rs 9,500-share buyback on January 11.
Wipro Q3FY21 Result: आईटी कंपनी विप्रो का मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में मुनाफा तिमाही आधार पर करीब 21 फीसदी बढ़ गया है. इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,968 करोड़ रुपये रहा है. विप्रो को दूसरी तिमाही में 2,465.7 करोड़ का मुनाफा हुआ था. सालाना आधार पर भी विप्रो का मुनाफा 21 फीसदी के करीब ही बढ़ा है. एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 2,455.9 करोड़ का मुनाफा हुआ था. इस दौरान नेट रेवेन्यू 1.3 फीसदी बढ़कर 15,670 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी को अक्टूबर से दिसंबर 2019 तिमाही में 15,096.7 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ था.
कंपनी ने 1 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के भाव से डिविडेंड का ऐलान किया है. विप्रो के शेयर बुधवार को बीएसई पर 0.23 फीसदी की तेजी के साथ 458.7 रुपये के भाव पर और एनएसई पर 0.28 की तेजी के साथ 459.0 रुपये के भाव पर बंद हुए. कंपनी के रिजल्ट्स मार्केट बंद होने पर घोषित हुए हैं.
डॉलर रेवेन्यू ग्रोथ 36 तिमाही में सबसे ज्यादा
कंपनी का डॉलर रेवेन्यू ग्रोथ 3.9 फीसदी रहा है जो पिछली तिमाही में 3.7 फीसदी था. कंपनी का कहना है कि डॉलर रेवेन्यू ग्रोथ 36 तिमाही में सबसे ज्यादा है. विप्रो का अनुमान है कि वित्त वर्ष की अंतिम यानी चौथी तिमाही में डॉलर रेवेन्यू 210-214 करोड़ डॉलर रह सकता है. यानी इसमें 1.5-3.5 फीसदी की ग्रोथ दिसंबर तिमाही के मुकाबले देखने को मिल सकती है.
आपरेशंस से आने वाले रेवेन्यू
कंपनी का आपरेशंस से आने वाले रेवेन्यू में सालाना आधार पर 1.3 फीसदी ग्रोथ रही है और यह 15,670 करोड़ रुपये रहा है. IT सर्विसेज रेवेन्यू 15,333.1 करोड़ रुपये रहा है. डॉलर रेवेन्यू में तिमाही आधार पर 3.9 फीसदी ग्रोथ रही और यह 2,071 मिलियन डॉलर रहा. कंपनी को आईटी सर्विसेज बिजनेस में भी चौथी तिमाही में अचछी ग्रोथ का अनुमान है. अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में विप्रो का रेवेन्यू 3.9 फीसदी बढ़कर 207 करोड़ डॉलर (15.2 हजार करोड़ रुपये) हो गया जो कंपनी द्वारा अक्टूबर में लगाए गए अनुमान से अधिक रहा. अक्टूबर में कंपनी ने अनुमान लगाया गया था कि आईटी सर्विसेज से उसे अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में 202-206 करोड़ डॉलर का रेवेन्यू मिल सकता है.