/financial-express-hindi/media/post_banners/RHOmv8GFIj06z1cti5zE.jpg)
The soon-to-be Wipro boss holds a bachelors in economics and finance from Paris’s Sciences Po and a Masters in Law from Sorbonne University.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/fmD2Bg5kuelfW098miAn.jpg)
प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) ने पुणे के हिंजवाड़ी इलाके के अपने परिसर को 450 बिस्तर वाले कोविड-19 (COVID-19) अस्पताल में बदलने के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ समझौता किया है. इसे चार सप्ताह में तैयार कर लिया जाएगा. कंपनी ने एक बयान में कहा कि वहां अस्पताल की सुविधा कर उसे 30 मई तक राज्य सरकार को सौंप दिया जाएगा.
एक साल बाद इस अस्थायी अस्पताल को पुन: विप्रो के सूचना प्रौद्योगिकी केंद्र में बदल दिया जाएगा. कंपनी ने बताया कि 450 बिस्तर वाले इस अस्पताल में मध्यम किस्म के मामलों का इलाज करने के इंतजाम होंगे, जबकि इनमें से 12 बिस्तर गंभीर मरीजों के इलाज के लिए होंगे.
महाराष्ट्र में इस वक्त 14541 केस
विप्रो लिमिटेड, विप्रो एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने पहले ही देश में कोरोना वायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए 1,125 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है. महाराष्ट्र कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में है. राज्य में इस वक्त कोरोना वायरस के कुल कन्फर्म केस 14541 हैं. महाराष्ट्र में अब तक 2465 मरीज ठीक हुए हैं और 583 लोगों की जान गई है.