scorecardresearch

WPI Inflation: सितंबर में 10.66% रही थोक महंगाई दर, लगातार छठे महीने डबल डिजिट में रहा इंफ्लेशन का आंकड़ा

WPI Inflation: पिछले महीने सितंबर में फूड प्राइसेज में नरमी के चलते थोक महंगाई के बढ़ने की दर सुस्त पड़ी. हालांकि लगातार छठे महीने यह डबल डिजिट में बना हुआ है.

WPI Inflation: पिछले महीने सितंबर में फूड प्राइसेज में नरमी के चलते थोक महंगाई के बढ़ने की दर सुस्त पड़ी. हालांकि लगातार छठे महीने यह डबल डिजिट में बना हुआ है.

author-image
PTI
एडिट
New Update
WPI inflation eases in September on lower food prices

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2021 में थोक भाव पर आधारित इंफ्लेशन (WPI Inflation) 10.66 फीसदी रहा जबकि यह आंकड़ा अगस्त में 11.39 फीसदी पर था.

WPI Inflation: पिछले महीने सितंबर में फूड प्राइसेज में नरमी के चलते थोक महंगाई के बढ़ने की दर सुस्त पड़ी. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2021 में थोक भाव पर आधारित इंफ्लेशन (WPI Inflation) 10.66 फीसदी रहा जबकि यह आंकड़ा अगस्त में 11.39 फीसदी पर था. हालांकि थोक महंगाई दर अभी भी डबल डिजिट में बनी हुई है जो चिंता का विषय है. लगातार छठे महीने यह इंफ्लेशन डबल डिजिट में बना हुआ है. सितंबर 2020 में डब्ल्यूपीआई इंफ्लेशन 1.32 फीसदी पर था यानी कि अगस्त के मुकाबले सितंबर 2021 में इंफ्लेशन कम हुआ है लेकिन सालाना आधार पर बढ़ोतरी हुई.

केंद्रीय बैंक आरबीआई अपनी मौद्रिक नीतियों का निर्धारण करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों को ध्यान में रखता है. खुदरा महंगाई दर भी सितंबर में धीमी रही और खाने की कीमतों में सुस्ती के चलते लगातार पांचवे महीने रिटेल इंफ्लेशन धीमा हुआ और 4.4 फीसदी पर रहा. आरबीआई ने इस महीने की शुरुआत में अपनी मौद्रिक नीतियों में दरों में कोई बदलाव नहीं करने का ऐलान किया था.

Advertisment

Wipro Outlook: विप्रो के रिजल्ट्स से उत्साहित निवेशक कर रहे जमकर खरीदारी, मार्केट एक्सपर्ट्स ने दी ये सलाह

सालाना आधार पर इस कारण बढ़ा इंफ्लेशन

सितंबर में WPI Inflation के अधिक होने की मुख्य वजह मिनरल ऑयल्स, बेसिक मेटल, गैर-खाद्य वस्तुओं, क्रूड पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस, रसायन व रसायनिक उत्पाद इत्यादि की कीमतों में उछाल है. इसके अलावा पिछले साल कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के मुताबिक समान अवधि में खाने के सामान इस साल सितंबर 2021 में महंगे हुए जिसके चलते थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर में उछाल रही लेकिन पिछले महीने अगस्त 2021 के मुकाबले सितंबर में खाने के समान के महंगे होने की दर सुस्त पड़ी.

Infosys Outlook: नतीजों के बाद इंफोसिस के शेयर 4% मजबूत; खरीदें या बुक करें मुनाफा? जानिए क्या है एक्सपर्ट्स की राय

लगातार पांचवे महीने खाने के समान में सुस्त रही महंगाई दर

  • सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक सितंबर महीने में लगातार पांचवे महीने खाने के सामान का इंफ्लेशन कम हुआ है. मुख्य रूप से सब्जियों के भाव में गिरावट के चलते अगस्त में यह (-)1.21 फीसदी पर था जो सितंबर में (-)4.69 फीसदी पर आ गया.
  • तेल व बिजली की महंगाई दर अगस्त में 26.09 फीसदी पर थी जो सितंबर में घटकर 24.91 फीसदी रह गई.
  • क्रूड पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस के दाम सितंबर में बढ़े और अगस्त में इनके दाम 40.03 फीसदी से बढ़े जबकि सितंबर में 43.92 फीसदी से बढ़े.
Retail Inflation Inflation Cpi Inflation Wpi Inflation