/financial-express-hindi/media/post_banners/CGuxq9oxie3VaQjPT4GS.jpg)
एसबीआई YES बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी करीब 2,450 करोड़ रुपये में खरीदेगा.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/B1T1b5N4cgUKYfZJs93d.jpg)
YES BANK CRISIS: यस बैंक के एडमिनिस्ट्रेटर प्रशांत कुमार का कहना है कि खाताधारक हमारी पहली प्राथमिकता है. हमारा लक्ष्य जल्द से जल्द सभी बैंकिंग सेवाएं ग्राहकों को उपलब्ध करना है. प्रशांत कुमार ने सीएनबीसी टीवी18 से बातचीत में कहा कि इस हफ्ते 50,000 रुपये की निकासी लिमिट खत्म हो सकती है. 14 मार्च को बैंक के तिमाही नतीजे जारी किये जाएंगे. रिजर्व बैंक ने 6 मार्च को यस बैंक के बोर्ड को भंग का SBI के पूर्व CFO प्रशांत कुमार को एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त कर दिया था. रिजर्व बैंक (RBI) ने यस बैंक के रिवाइवल प्लान का भी एलान किया है. एसबीआई YES बैंक में 49 फीसदी हिस्सेदारी करीब 2,450 करोड़ रुपये में खरीदेगा.
यस बैंक एडमिनिस्ट्रेटर प्रशांत कुमार ने कहा कि शनिवार से बैंक के एटीएम काम करने लगे हैं. अब खाताधारक दूसरे एटीएम से भी निकासी करने में सक्षम हैं. जल्द ही सभी बैंकिंग सेवाएं ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो जाएंगी. बता दें, आरबीआई ने यस बैंक के खाताधारकों पर 3 अप्रैल तक के लिए 50,000 रुपये की विद्ड्रॉअल लिमिट भी लगा दी. यानी, खाताधारक इससे ज्यादा पैसे नहीं निकाल सकते हैं. इस एलान के बाद बैंक की शाखाओं के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगनी शुरू हो गई.
Yes Bank कैसे आया अर्श से फर्श पर, आपसी कलह से हुई थी शुरुआत
SBI में नहीं होगा विलय
एसबीआई में यस बैंक के मर्जर यानी विलय के सवाल पर प्रशांत कुमार ने साफतौर पर कहा कि एसबीआई में विलय का कोई सवाल ही नहीं है. यस बैंक स्वतंत्र रूप से काम करता रहेगा. उन्होंने कहा कि एसबीआई चेयरमैन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि विलय का कोई सवाल नहीं है. विलय की संभावना तभी है, जब हम फंड जुटाने को लेकर आश्वस्त नहीं होंगे. प्रशांत कुमार ने जरूरी मदद के लिए रिजर्व बैंक को धन्यवाद दिया है.
जल्द खत्म हो सकती है निकासी लिमिट
यस बैंक के एडमिनिस्ट्रेटर ने जमाकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि घबराने की जरूरत नहीं है. चालू सप्ताह में जल्द से जल्द 50,000 रुपये की निकासी लिमिट खत्म हो सकती है. उन्होंने बताया कि बैंक के रिवाइवल के लिए निवेशकों से बातचीत जारी है. 14 मार्च को इस मामले पर और अधिक स्पष्टता सामने आ जाएगी. बता दें, यस बैंक को बचाने के लिए एसबीआई आगे आया है और तत्काल 2450 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.