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Zomato CTO Gunjan Patidar resigns: गुंजन पाटीदार जोमैटो की स्थापना करने वाली शुरुआती टीम में शामिल रहे हैं. (Photo : Shared on Twitter by @gunjan2307)
Zomato co-founder and CTO Resigns: फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) के को-फाउंडर और चीफ टेक्नॉलजी ऑफिसर (CTO) गुंजन पाटीदार ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है. ये जानकारी जोमैटो ने सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज को दी है. पाटीदार का इस्तीफा पिछले कुछ हफ्तों के दौरान जोमैटो के लिए दूसरा बड़ा झटका है. कंपनी के एक और सह-संस्थापक (co-founder) मोहित गुप्ता, राहुल गंजू और सिद्धार्थ झवर समेत कई बड़े अधिकारी ने पिछले साल नवंबर में जोमैटो से इस्तीफा दे चुके हैं.
जोमैटो में बेहद अहम रही पाटीदार की भूमिका
गुंजन पाटीदार जोमैटो की स्थापना करने वाली शुरुआती टीम में शामिल रहे हैं और कंपनी के कोर टेक सिस्टम को विकसित करने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है. जोमैटो ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि पिछले 10 से भी ज्यादा वर्षों के दौरान कंपनी की टेक लीडरशिप टीम को बनाने और संवारने का काम भी गुंजन पाटीदार ने ही किया था. हालांकि इसके साथ ही कंपनी ने अपनी फाइलिंग में यह भी कहा है कि पाटीदार जोमैटो के प्रमुख प्रबंधकीय व्यक्तियों (key managerial personnel - KMP) में शामिल नहीं थे. पाटीदार जोमैटो की सबसे शुरुआती टीम में शामिल रहे हैं और उन्होंने कंपनी में करीब 14 साल तक काम किया. जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल के साथ ही वे भी आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के छात्र रहे हैं.
कई बड़े अधिकारियों ने छोड़ा Zomato का साथ
जोमैटो से हाल के दिनों में कई बड़े अधिकारियों ने इस्तीफा दिया है, जिनमें एक और को-फाउंडर मोहित गुप्ता शामिल हैं. मोहित गुप्ता ने करीब साढ़े चार साल पहले कंपनी ज्वाइन की थी. 2020 में उन्हें कंपनी के फूड डिलीवरी बिजनेस के सीईओ के पद से प्रमोट करके को-फाउंडर घोषित किया गया था. उनके अलावा कंपनी के न्यू इनीशिएटिव हेड और फूड डिलीवरी बिजनेस के पूर्व प्रमुख राहुल गंजू और एक अन्य प्रमुख अधिकारी सिद्धार्थ झवर भी पिछले नवंबर में ही कंपनी छोड़कर जा चुके हैं. गंजू ने कंपनी में 5 साल तक काम करने के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया था.
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पिछले साल कैसा रहा Zomato का प्रदर्शन
जोमैटो के लिए पिछला साल अच्छा नहीं रहा है. वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही (Q2FY23) के दौरान जोमैटो को 250.8 करोड़ रुपये का नेट लॉस यानी शुद्ध घाटा उठाना पड़ा. हालांकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 434.9 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले यह कम है और इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू भी 60.20 फीसदी बढ़कर 1,661.3 रुपये हो गया. फिर भी शेयर बाजार में कंपनी का प्रदर्शन काफी खराब रहा. 2022 में कंपनी के शेयर की कीमत 50 फीसदी से ज्यादा गिर गई. सोमवार को कंपनी का शेयर 60.30 पैसे पर बंद हुआ.