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Eternal की ऑपरेशनल से आने वाला रेवेन्यू जून तिमाही में 70.4% बढ़कर 7,167 करोड़ हो गया जो एक साल पहले 4,206 करोड़ रुपये था. (Reuters)
Zomato Q1FY26 Result : Eternal Ltd (पहले Zomato के नाम से जाना जाता था), का मुनाफा (PAT) फाइनेंशियल ईयर 2026 की जून तिमाही में 90 फीसदी घटकर 25 करोड़ रुपये रहा है. कंपनी को एक साल पहले की समान तिमाही में 253 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. कंपनी फूड डिलीवरी ऐप Zomato और क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म Blinkit चलाती है. हालांकि, कंपनी के शेयरों में भारी तेजी देखी गई. आज ब्लिंकिट में आए ऑर्डर की तेज बढ़ोतरी के कारण, शेयर 7 फीसदी से ज्यादा मजबूत होकर 277 रुपये पर (Zomato Stock Price) पहुंच गए.
Eternal की ऑपरेशनल से आने वाला रेवेन्यू जून तिमाही में 70.4% बढ़कर 7,167 करोड़ हो गया जो एक साल पहले 4,206 करोड़ रुपये था. पिछली तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 5,833 करोड़ रुपये था. कंपनी का कुल खर्च बढ़कर 7,433 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 4,203 करोड़ रुपये और इस साल की मार्च तिमाही में 6,104 करोड़ रुपये था. कंपनी के पास जून तिमाही के अंत में 18,857 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस था, जो इसके पिछली तिमाही में 18,824 करोड़ रुपये था. यानी इसमें ज्यादा बदलाव नहीं हुआ.
फूड डिलीवरी बिजनेस
Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस का एडजस्टेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 17.7% बढ़कर 2,657 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 2,256 करोड़ रुपये था. तिमाही बेसिस पर यह 10% बढ़ा है. जबकि इस समय फूड डिलीवरी की डिमांड थोड़ी धीमी चल रही है.
इस बिजनेस का ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू Q4FY25 में 9,778 करोड़ रुपये की तुलना में 10 फीसदी बढ़कर Q1FY26 में 10,769 करोड़ रुपये हो गया. Zomato की फूड डिलीवरी सर्विस के औसतन मासिक ग्राहक पिछली तिमाही के 20.9 मिलियन से बढ़कर 22.9 मिलियन हो गए हैं. एक साल पहले, यानी Q1FY25 में यह संख्या 20.3 मिलियन थी.
Blinkit के नंबर्स
Zomato की क्विक कॉमर्स कंपनी ब्लिंकिट को Q1FY26 में 162 करोड़ रुपये का EBITDA लॉस हुआ है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में केवल 3 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. यह घाटा कंपनी की तेजी से नए डार्क स्टोर (गोदाम) खोलने की वजह से हुआ है. हालांकि, पिछली तिमाही (Q4FY25) की तुलना में यह घाटा थोड़ा कम हुआ है. पिछली तिमाही में EBITDA लॉस 178 करोड़ रुपये था.
ब्लिंकिट का रेवेन्यू सालाना बेसिस पर 942 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,400 करोड़ रुपये हो गया, यानी इसमें 155% की बढ़ोतरी हुई है. पिछली तिमाही (Q4FY25) में रेवेन्यू 1,709 करोड़ रुपये था. ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू जून तिमाही (Q1FY26) में बढ़कर 11,821 करोड़ हो गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 4,923 करोड़ था, जो इस. पिछली तिमाही में यह 9,421 करोड़ रुपये था.
ब्लिंकिट का एवरेल ऑर्डर वैल्यू जून तिमाही में 669 रुपये रहा, जो पिछली तिमाही में 665 रुपये और एक साल पहले की समान तिमाही में 625 रुपये था.