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दूसरी तिमाही में जोमैटो को रेवेन्यू के तौर पर 1,661.3 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जो पिछले साल इस अवधि में 1,024.2 करोड़ रुपये रिकॉर्ड की गई थी.
Zomato Q2FY23 Results: ऑनलाइन फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने मौजूदा फाइनेंशियल ईयर की दूसरी तिमाही के लिए अपने नतीजें जारी कर दिए हैं. जोमैटो द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक सितंबर तिमाही में भी कंपनी का नुकसान बरकरार रहा है. हालांकि दूसरी तिमाही में जोमैटो का घाटा कम होकर 250.8 करोड़ रुपये रह गया है, जो पिछले साल इस अवधि में 434.9 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था.
कुल खर्च में भी हुआ इजाफा
दूसरी तिमाही में जोमैटो को रेवेन्यू के तौर पर 1,661.3 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जो पिछले साल इस अवधि में 1,024.2 करोड़ रुपये रिकॉर्ड की गई थी. वहीं कंपनी के कुल खर्च में भी इजाफा हुआ है. सितंबर तिमाही में कंपनी का कुल खर्च 2,091.3 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इस अवधि में 1,601.5 करोड़ रुपये था.
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लंबी अवधि के लिए खुद को कर रहे हैं तैयार
जोमैटो के सीईओ और फाउंडर दीपिंदर गोयल ने कहा कि हम अपने आप को लंबी अवधि के लिए तैयार कर रहे हैं. इसके लिए हम अपना इवैल्यूएशन करेंगे और भविष्य के लिए कंपनी की रणनीति तय करेंगे.
ब्लिंकिट अधिग्रहण से कुछ लोग नाराज़
जोमैटो के सीईओ ने ब्लिंकिट अधिग्रहण के बारे में कहा कि ऐसे बहुत से लोग थे, जो इस डील से खुश नहीं थे और इसी के चलते उन्होंने हमारा साथ छोड़ दिया. इसके बावजूद भी हम मुश्किल वक्त में डटे रहे और इसी का नतीजा है कि ब्लिंकिट में एक स्टेबल टीम है, जो बहुत अच्छी तरह से काम कर रही है. हमें उम्मीद है कि हम अपने काम के जरिए सभी को हैरान कर देंगे. गोयल ने कहा कि मैं जानता हूं कि मौजूदा वक्त में ज्यादातर निवेशक ब्लिंकिट बिजनेस को जीरो वैल्यू देते हैं, लेकिन मुझे भरोसा है कि उनकी यह सोच समय के साथ बदल जाएगी.
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जोमैटो के सीईओ अक्षत गोयल ने कहा कि ब्लिंकिट के साथ लेनदेन का प्रोसेस 10 अगस्त 2022 को ही पूरा हो गया है. उन्होंने बताया कि कंपनी का ओर्स्टेड रेवेन्यू तिमाही के हिसाब से 16 फीसदी और साल के हिसाब से 48 फीसदी बढ़कर 21.07 अरब रुपये (2,107 करोड़ रुपये) हो गया है.