/financial-express-hindi/media/post_banners/F4TqRLFL96kaVxkPaXPW.jpg)
इस बार सीबीएसई की 10वीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम्स स्कूल द्वारा कराए गए इंटरन्ल एसेसमेंट पर आधारित होंगे. (File Photo)
कोरोना की दूसरी लहर के चलते इस बार CBSE Board की 10वीं की परीक्षा इस बार रद्द हो गई है. बोर्ड ने 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों के मार्क्सशीट किस तरह तैयार होंगे, इसे लेकर प्रश्नावली (FAQ) जारी की है. इस बार 10वीं कक्षा के बोर्ड एग्जाम्स स्कूल द्वारा कराए गए इंटरन्ल एसेसमेंट पर आधारित होंगे. इस एसेसमेंट के आधार पर किस तरह विद्यार्थियों को मार्क्स दिए जाएंगे, इसे लेकर जारी प्रश्नावली में यह भी बताया गया है कि अगर कोई विद्यार्थी अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं है तो उसके लिए बोर्ड की क्या व्यवस्था है. इस महीने की शुरुआत में सीबीएसई ने मार्क्स निर्धारित करने के लिए एक नीति का एलान किया था.
India GDP Forecast: Barclays ने विकास दर का अनुमान घटाकर 9.2% किया, एक महीने में दूसरी बार की कटौती
10वीं कक्षा के रिजल्ट को लेकर CBSE FAQs की खास बातें
- दसवीं कक्षा के रिजल्ट्स का एलान बोर्ड द्वारा जारी अधिसूचना CBSE/CE/2021 के मुताबिक किया जाएगा जो 1 मई को जारी हुआ था.
- अगर कोई छात्र/छात्रा अपने मार्क्स से संतुष्ट नहीं होते हैं तो उन्हें एग्जाम में बैठने का अवसर दिया जाएगा. ये एग्जाम तब होंगे, जब इसे कराने के लिए स्थिति बेहतर होगी.
- डेटा अपलोड करने के लिए टाइमलाइन 18 मई से बढ़ाकर 30 जून कर दिया गया है.
- किसी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा हर सब्जेक्ट में कितने मार्क्स हासिल किए हैं, इसका डेटा स्कूल के पास बोर्ड वेबसाइट पर लॉग इन अकाउंट के जरिए उपलब्ध कराया जाएगा.
- सीबीएसई एक ऑनलाइन सिस्टम उपलब्ध कराएगा जिसमें स्कूल मार्क्स की एंट्री कर सकेंगे और देख सकेंगे कि अब तक दिए गए मार्क्स के आधार पर वे मार्क्स दे रहे हैं या नहीं. अगर इसमें भिन्नता होती है तो रिजल्ट कमेटी इसे संशोधित करेगी.
- अगर कोई छात्र या छात्रा स्कूल द्वारा कराए गए किसी भी एसेसमेंट मे शामिल नहीं होता है तो स्कूल एक ऑफलाइन या ऑनलाइन या टेलीफोनिक एसेसमेंट करेगा और इसका दस्तावेजी रिकॉर्ड रखा जाएगा. इसके आधार पर हर विषय में मार्क्स दिए जाएंगे.
- बोर्ड रिजल्ट का एलान होने के बाद अगर अभिभावक अपने बच्चों के एग्जाम कॉपीज को देखना चाहेंगे तो इस साल इसकी मंजूरी नहीं मिलेगी.
- अगर ईयर-एंड थ्योरी एग्जाम्स के अधिकतम मार्क्स 80 की बजाय 30,50 या 70 हैं तो ऐसी स्थिति में अंकों के कैलकुलेशन आनुपातिक रूप से किया जाएगा. जैसकि अगर किसी छात्र ने ईय-एंड थ्योरी एग्जामिनेशन में 30 में से 25 मार्क्स पाए हैं तो इसे अधिकतम 50 में 42 मार्क्स (=25x50=1250/30=41.66~42) दिए जाएंगे. अधिकतम 70 में उसे 53 मार्क्स (25x70=1750/30=58.33~53) मार्क्स और अधिकतम 80 में उसे 67 मार्क्स (25X80=2000/30=66.66~67) दिए जाएंगे.
- किसी ऐसे विषय में मार्क्स कैलकुलेट करना है जिसमें अधिकतम मार्क्स 80 की बजाय 50 हैं तो इसके लिए आनुपातिक रूप से कैलकुलेट किया जाएगा. जैसे कि अगर किसी छात्र/छात्रा ने 80 में 56 मार्क्स पाए हैं तो उसे अधिकतम 50 मार्क्स वाले सब्जेक्ट में इसके आधार पर 35 मार्क्स (56X50=2800/80=35) मिलेंगे.