/financial-express-hindi/media/post_banners/RSznn3TL9ItRVuc4Alhg.jpg)
DU UG Admission 2023: डीयू के किरोड़ी मल कॉलेज की ज्यादातर सीटें पहले फेज में फुल. (IE File Photo)
दिल्ली यूनिवर्सिटी यानी डीयू के यूजी प्रोग्राम में दाखिले के लिए प्रक्रिया जारी है. इस महीने की 2 तारीख यानी 2 अगस्त को यूनिवर्सिटी ने CSAS UG एडमिशन के पहले फेज के तहत दाखिले के लिए कुल 85,853 उम्मीदवारों को सीटें एलॉट की. पहली मेरिट लिस्ट में शामिल उम्मीदवारों के पास कालेज की तरफ से एप्लिकेशन फार्म अप्रूव किए जाने के बाद 6 अगस्त की शाम 5 बजे तक फीस से जुड़े सभी भुगतान कर अपना दाखिला सुनिश्चित करना था. जिसमें उम्मीदवारों की पहली पसंद दिल्ली यूनिवर्सिटी का किरोड़ीमल कॉलेज बनकर उभरा, इस बार 1,61,533 छात्रों ने यूनिवर्सिटी के इस नॉर्थ कैंपस कॉलेज को चुना था. पहली मेरिट लिस्ट के बाद दूसरे फेज की एडमिशन प्रक्रिया के दौरान हंसराज कॉलेज के लिए अधिकतम नॉमिनेशन मिले हैं. गुरूवार 10 अगस्त की शाम करीब 5 बजे डीयू अपने विभिन्न कालेजों में संचालित यूजी कोर्स के खाली सीटों को भरने के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी करेगी.
डीयू के पहले फेज में यूजी कोर्स की 87% सीटें फुल
जारी दाखिले के प्रक्रिया के तहत पहले फेस में डीयू के यूजी प्रोग्राम की 87 फीसदी से अधिक सीटें भर गई हैं. यूनिवर्सिटी द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक नामांकन हंसराज कॉलेज, रामजस कॉलेज और दयाल सिंह कॉलेज में देखे गए हैं. रजिस्ट्रेशन की कुल संख्या के अनुसार, किरोड़ीमल कॉलेज के बाद 1,58,548 रजिस्ट्रेशन के साथ हिंदू कॉलेज और 1,57,162 आवेदन के साथ हंसराज कॉलेज है.
पहले फेज में 40,701 उम्मीदवारों ने चुना अपग्रेड का विकल्प
डीयू के आंकड़ों से पता चलता है कि यूनिवर्सिटी के कॉलेजों में यूजी कोर्स में दाखिले के लिए पहले फेज के दौरान कुल 85,853 उम्मीदवारों को सीटें आवंटित की गईं. हालांकि, अब तक 62,008 उम्मीदवारों ने फीस का भुगतान कर दिया है. जिनमें 53 फीसदी महिला उम्मीदवार शामिल हैं. डीयू के कॉलेजों में इतनी संख्या में उम्मीदवारों ने अपनी एडमिशन पक्की करा ली है. इसके अलावा 12,733 उम्मीदवारों ने अपना दाखिला फ्रीज करने का विकल्प चुना है और 40,701 ने अपग्रेड का विकल्प चुना है.
बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों में कुल 71,000 अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम की सीटें हैं. इस साल पहले फेज के सामने आए आंकड़ें काफी हैरान कर देने वाले हैं. जबकि पिछले साल दूसरे फेज के अंत में 61,500 ही यूजी की सीटें भरी थीं.