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Maharashtra Board HSC Result 2025 : महाराष्ट्र बोर्ड द्वारा 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाएं इस साल 11 फरवरी से 11 मार्च के बीच कराई गई थीं. (Express Photo)
Maharashtra Board HSC Result 2025: महाराष्ट्र के लाखों छात्रों का इंतजार खत्म होने जा रहा है. हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट (HSC) यानी 12वीं का रिजल्ट सोमवार, 5 मई 2025 को जारी किया जाएगा. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (MSBSHSE) ने रविवार को यह जानकारी दी. बोर्ड के अनुसार, छात्र अपना रिजल्ट 5 मई को दोपहर 1 बजे से ऑनलाइन देख सकेंगे. इसके लिए बोर्ड की वेबसाइट mahahsscboard.in के अलावा hscresult.mkcl.org, education.indianexpress.com/boards-exam/maharashtra-hsc-12-results और results.digilocker.gov.in पर भी रिजल्ट उपलब्ध रहेगा. वहीं कॉलेजों को उनका कुल रिजल्ट mahahsscboard.in वेबसाइट पर कॉलेज लॉग-इन के जरिए मिलेगा.
इस बार पहली बार ऐसा हो रहा है कि महाराष्ट्र बोर्ड 12वीं का रिजल्ट मई के पहले हफ्ते में जारी किया जा रहा है. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि छात्र समय पर यूनिवर्सिटी और अन्य उच्च शिक्षा कोर्सों के लिए एडमिशन ले सकें और एंट्रेंस एग्जाम्स में भी भाग ले सकें. इसी कारण इस साल 12वीं की परीक्षा भी पहले शुरू कर दी गई थी.
जहां पहले हर साल 12वीं की परीक्षा फरवरी के आखिरी हफ्ते में शुरू होती थी, वहीं इस बार परीक्षा 10 फरवरी से शुरू हुई थी. इसका फायदा यह होगा कि छात्रों को एडमिशन की प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और नया शैक्षणिक सत्र (2025-26) समय पर शुरू हो सकेगा.
कब और कहां आएगा रिजल्ट?
MSBSHSE बोर्ड 5 मई को दोपहर 1 बजे 12वीं का रिजल्ट अपनी ऑफिशियल वेबसाइट्स पर जारी करेगा. महाराष्ट्र बोर्ड द्वारा 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षाएं इस साल 11 फरवरी से 11 मार्च के बीच कराई गई थीं. इस साल करीब 15 लाख छात्रों ने HSC परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. यह परीक्षा महाराष्ट्र के 9 मंडलों – मुंबई, पुणे, नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, नागपुर, अमरावती, कोल्हापुर, कोंकण में आयोजित की गई थी.
नकल रोकने के लिए सख्ती स्टेट गवर्नमेंट ने इस बार नकल को रोकने के लिए ‘कॉपी-फ्री एग्जाम’ अभियान चलाया था. कुछ सेंटर को 'संवेदनशील' घोषित किया गया था जहां अतिरिक्त निगरानी, स्टाफ परिवर्तन और एंटी-नकल स्क्वॉड की तैनाती की गई थी. इसके बावजूद इस साल कुल 353 नकल के मामले सामने आए, जो पिछले साल 2024 में दर्ज किए गए 356 मामलों के लगभग बराबर हैं.