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स्टार्ट-अप प्लेसमेंट फर्म Vahan ने अब तक रोजगार के 1 लाख मौके उपलब्ध कराए हैं.
स्टार्ट-अप प्लेसमेंट फर्म Vahan ने अब तक रोजगार के 1 लाख मौके उपलब्ध कराए हैं. स्टार्टअप फर्म ने शुक्रवार को जानकारी दी कि उसने अपने WhatsApp API (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) इनेबल्ड चैटबॉट Mitra के जरिए 1 लाख रोजगार के मौके उपलब्ध कराने का माइलस्टोन छू लिया है. वर्ष 2020 से इसमें करीब 400 फीसदी का उछाल आया यानी कि 2020 से 400 फीसदी अधिक रोजगार के मौके उपलब्ध हो रहे हैं और लॉजिस्टिक्स, डिलीवरी और बीपीओज में ब्लू/ग्रे कॉलर जॉब के मौके मिल रहे हैं. स्टार्ट-अप कंपनी Vahan ने यह जानकारी दी है.
इस माइलस्टोन पर टिप्पणी करते हुए Vahan के फाउंडर और सीईओ माधव कृष्णा ने कहा कि वाट्सऐप के साथ साझेदारी से एंप्लायर्स और रोजगार के मौके की तलाश कर रहे लोगों के बीच संपर्क स्थापित करने में आसानी हुई. इससे अंडरप्रिविलेज्ड हाउसहोल्ड्स की बेहतर आवीजिका और फाइनेंसियल इनक्लून सुनिश्चित हो सकी.
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तकनीकी के जरिए मिल रहा रोजगार
भारत में वर्कफोर्स बहुत अधिक संख्या में है, इसके बावजूद ब्लू-कॉलर सेग्मेंट अंडरसर्व्ड मार्केट है. कृष्णा ने कहा कि Vahan वाट्सऐप, एआई (ऑर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) के पॉवर का इस्तेमाल करते हुए न सिर्फ रोजगार की तलाश कर रहे लोगों के लिए बल्कि रिक्रूटर्स के लिए बेहतर माध्यम उपलब्ध करा रहा है. ब्लू कॉलर जॉब में खेती, मैनुफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, माइनिंग या मेंटेनेंस इत्यादि में हार्ड मैनुअल लेबर को रखा जाता है जबकि ग्रे कॉलर जॉब व्हाइट कॉलर और ब्लू कॉलर के बीच की कड़ी है. वाट्सऐप इंडिया के प्रमुख अभिजीत बोस ने कहा कि Vahan ने ब्लू-कॉलर वर्कफोर्स के लिए बेहतर मॉडल उपलब्ध कराया है और इसमें वाट्सऐप की भूमिका को लेकर वह उत्साहित हैं.
Vahan के प्लेटफॉर्म पर 50 लाख यूजर्स
स्टार्ट-अप कंपनी Vahan का दावा है कि उसके प्लेटफॉर्म पर वर्तमान में करीब 50 लाख यूजर्स हैं. स्टार्ट-अप कंपनी के दावे के मुताबिक उसके प्लेटफॉर्म से हर महीने करीब 2.5 लाख लोग जुड़ रहे हैं और करीब 5 हजार लोगों को हर महीने रोजगार के मौके उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इसके अलावा Vahan के दावे के मुताबिक हर महीने लोगों के जुड़ने वे रोजगार के मौके मिलने का आंकड़ा 25 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रहा है.