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Free UPSC Exams Coaching: यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को बेहतर गाइडेंस के साथ-साथ सही स्टडी मैटेरियल की जरूरत होती है.
Universities, State Govts Offering Free UPSC Civil Services Exams Coaching, Scholarships: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन यानी यूपीएससी (UPSC) द्वारा हर साल आयोजित की जाने सिविल सर्विस एग्जामिनेशन (UPSC-CSE) को दुनिया के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए उम्मीदवारों को बेहतर गाइडेंस के साथ-साथ सही स्टडी मैटेरियल की जरूरत होती है. मौजूदा समय में यूपीएससी कोचिंग पर लगभग एक से दो लाख रुपये या उससे अधिक का खर्च आता है. आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उम्मीदवारों के लिए इतनी मोटी फीस दे पाना संभव नहीं है.
सिर्फ पैसे की कमी के कारण हाशिए पर खड़े ये उम्मीदवार सिविल सर्विस जैसी प्रतियोगी परीक्षा से बाहर न हो जाएं राज्य सरकार, यूनिवर्सिटी और यहां तक की प्राइवेट संस्थान ऐसे यूपीएससी एस्पिरेंट्स को फ्री में कोचिंग की सुविधा उपलब्ध कराती हैं. कई उम्मीदवार स्कॉलरशिप की मदद से इस परीक्षा की तैयारी करते हैं. अगर आप भी इस परीक्षा की तैयारी फ्री में या स्कॉलरशिप की मदद से करना चाहते हैं तो यहां तमाम राज्य सरकार, यूनिवर्सिटी और संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे फ्री यूपीएससी कोचिंग का ब्योरा देख सकते हैं.
इन राज्यों की सरकारें फ्री में कराती हैं यूपीएससी की तैयारी
पंजाब सरकार
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस साल 6 अप्रैल को घोषणा की कि उनकी सरकार फ्री में यूपीएससी परीक्षा की कोचिंग देने के लिए राज्य में कम से कम 10 सेंटर खोलेगी. ये कोचिंग संस्थान जल्द ही प्रदेश में चालू किए जाएंगे.
दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग द्वारा 2018 में जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना शुरू की गई. इस योजना के तहत सरकार ने यूपीएससी उम्मीदवारों को फ्री में कोचिंग देने के लिए 46 प्राइवेट संस्थानों के साथ समझौता किया था. यह योजना अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और ईडब्ल्यूएस (EWS) कैटेगरी से ताल्लुक रखने वाले उम्मीदवारों के लिए शुरू की गई थी.
उत्तर प्रदेश सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार ने 2021 में JEE, NEET और UPSC जैसी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में उम्मीदवारों की मदद करने के लिए राज्य भर में फ्री कोचिंग फेसिलिटी शुरू की. इन कोचिंग सेंटरों में उम्मीदवारों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार किया जाया है. चयनित छात्रों को यूपी सरकार की ओर से स्टाइपेंड भी दिया जाता है.
राजस्थान सरकार
राजस्थान सरकार द्वारा 2021 में 'मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना' शुरू की गई थी. यह स्कीम सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों और अन्य सरकारी परीक्षा के उम्मीदवारों को मुफ्त यूपीएससी कोचिंग प्रदान करती है. यह योजना केवल राजस्थान के अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग और ईडब्ल्यूएस श्रेणियों के लिए लागू है. योजना के अनुसार राज्य में मौजूदा कोचिंग संस्थान वंचित उम्मीदवारों को सेवा प्रदान करेंगे और राजस्थान सरकार धन की प्रतिपूर्ति करेगी.
झारखंड सरकार
झारखंड सरकार ने अनुसूचित जनजाति से संबंधित राज्य के वंचित छात्रों के लिए 2015 में फ्री UPSC कोचिंग स्कीम शुरू की. योजना के तहत छात्रों को राज्य में पंजीकृत कोचिंग संस्थानों में नामांकित किया जाता है. प्रवेश परीक्षा के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया जाता है. राज्य सरकार वंचित तबके के चयनित छात्रों का कोचिंग खर्च उठाने के साथ-साथ योजना के लाभार्थियों को छात्रवृत्ति देती है.
महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र की सरकार ने 1976 में स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर एडमिनिस्ट्रेटिव करियर (SIAC) की स्थापना की थी. सरकार ने SIAC को इस मकसद से स्थापित किया ताकि सिविल सर्विस एग्जामिनेशन के प्रति राज्य के युवाओं का रूझान बढ़े और इस तरह की परीक्षाओं में उनके परफार्मेंस को बेहतर किया जा सके. SIAC ने पूर्णकालिक आवासीय संस्थान की जरूरतों को पूरा किया. यह संस्थान पूरे साल फ्री में राज्य के युवाओं को सिविल सर्विस जैसे प्रतियोगी परीक्षा में सफलता हासिल करने की ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित करने के लिए समर्पित था. इससे महाराष्ट्र के युवाओं को UPSC CSE एग्जाम का सामना करने में मदद मिला.
गुजरात सरकार
केंद्र सरकार की क्लास 1 और क्लास 2 नौकरियों में चयनित होने की इच्छा रखने वाले राज्य के युवाओं के लिए गुजरात सरकार द्वारा अप्रैल, 2013 में सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (SPIPA) अहमदाबाद में एक सेंट्रल गवर्नमेंट रिक्रूटमेंट स्टडी सेंटर शुरू की गई. इस सेंटर में राज्य के UPSC एस्पिरेंट्स को सिविल सर्विसे जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फ्री में ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग के लिए उम्मीदवारों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है. इसके लिए सिर्फ वे हीं उम्मीदवार योग्य माने जाते हैं जिनकी मातृभाषा गुजराती है या जिनकी ग्रेजुएशन की पहली डिग्री गुजरात से है या जो आमतौर पर गुजरात के निवासी हैं. प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने की ट्रेनिंग के चयनित उम्मीदवारों को लाइब्रेरी डिपॉजिट के लिए 2000 रुपये और ट्रेनिंग डिपॉजिट के लिए 5000 रुपये का भुगतान करना पड़ता है. इसके अलावा उम्मीदवार को UPSC CSE एग्जाम का सामना करने लिए फ्री में कोचिंग दी जाती है.
इन सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फ्री में दी जाती है UPSC परीक्षा के लिए कोचिंग
जामिया मिलिया इस्लामिया रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी
नई दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी (JMI RCA) में यूपीएससी सिविल सर्विस प्री और मेन्स एग्जामिनेशन की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग दी जाती है. जामिया के इस कोचिंग इंस्टीट्यूट में हर साल सभी कैटेगरी के महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखने वाले कुल 200 उम्मीदवारों को हास्टल फैसिलिटी के साथ फ्री में UPSC सिविल सर्विस एग्जामिनेशन का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है. प्रवेश पाए 20 फीसदी उम्मीदवारों को मेरिट के आधार पर मंथली 2000 रुपये स्कॉलरशिप भी दिया जाता है. RCA देश भर के 12 शहरों में UPSC एग्जाम की कोचिंग के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित कराता है. मौजूदा सेशन में प्रवेश के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
जामिया हमदर्द रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी
नई दिल्ली स्थित जामिया हमदर्द की रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी सिविल सर्विस एग्जामिनेशन एस्पिरेंट्स को फ्री में कोचिंग प्रदान करती है. यह सुविधा विशेष रूप से अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों से ताल्लुक रखने वाले उम्मीदवारों के लिए ओपन है. महिला उम्मीदवार भी इस अवसर का लाभ उठाने के लिए योग्य हैं. लिखित परीक्षा के आधार पर इस रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी में प्रवेश होता है और सिर्फ शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को ही टेस्ट के लिए बुलाया जाता है. लिखित परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को इंटरव्यू से गुजरना पड़ता है. जामिया हमदर्द रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी में प्रवेश के लिए केवल वहीं उम्मीदवार योग्य होंगे जिनके बैचलर पास की डिग्री हो.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ स्थित एएमयू रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी के मेरिट-कम-मीन्स फ्रीशिप प्रोग्राम के तहत हर साल 100 इच्छुक छात्रों को फ्री कोचिंग और आवासीय सुविधा मिलता है. यह फ्री कोचिंग प्रोग्राम केवल अल्पसंख्यक समुदाय, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उम्मीदवारों के लिए ओपन है. इसके लिए मेरिट आधारित टेस्ट के माध्यम से उम्मीदवारों को चयन होता है. वे उम्मीदवार जिनके परिवार की सालाना 8 लाख रुपये से कम है वे एएमयू रेसिडेंशियल कोचिंग अकादमी में प्रवेश पाने के योग्य माने होंगे. एएमयू लाइब्रेरी, पुरुष और महिला उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग आवास, सिविल सेवा परीक्षा के प्री, मेंस और इंटरव्यू तीनों चरणों के लिए कोचिंग सुविधाएं प्रदान करता है. योग्य उम्मीदवार रजिस्ट्रेशन के लिए एएमयू की आधिकारिक वेबसाइट चेक कर सकते हैं.
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित बीएचयू का डॉ अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस SC वर्ग से ताल्लुक रखने वाले छात्रों को फ्री सिविल सेवा कोचिंग देने का काम करता है. यूनिवर्सिटी ने डॉ अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को 2022 में शुरू किया. इस संस्थान में फ्री कोचिंग के लिए 100 सीटें उपलब्ध हैं. कुल स्वीकृत सीटों में से 33 फीसदी से अधिक सीटें अनुसूचित जाति के एलिजिबल महिला उम्मीदवारों को दी जाती हैं. फ्री कोचिंग के लिए उम्मीदवारों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है.
IGNOU
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी यानी इग्नू (IGNOU) अनुसूचित जाति (SC) के उम्मीदवारों को फ्री यूपीएससी कोचिंग प्रदान करता है. कोचिंग की पेशकश डॉ अंबेडकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस (DACE) के तहत की जाती है. इसके लिए प्रवेश IGNOU द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (CET) के आधार पर होता है. इस प्रवेश परीक्षा में सामान्य ज्ञान, भाषा कौशल, तर्क क्षमता और सामान्य योग्यता पर आधारित 100 आब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते हैं.
उपरोक्त के अलावा देश के तमाम सेंट्रल यूनिवर्सिटी जैसे सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात इस तरह के फ्री सिविल सर्विस कोचिंग की पेशकश करती हैं. अधिक जानकारी के लिए देशभर के सेंट्रल यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित नजर बनाएं रखें.
कुछ प्राइवेट संस्थानों द्वारा फ्री सिविल सर्विस कोचिंग
ऑल इंडिया कोचिंग, चेन्नई
चेन्नई स्थित ऑल इंडिया सिविल सर्विस कोचिंग सेंटर अन्ना इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट की एक इकाई है. हर साल ये संस्थान 325 उम्मीदवारों को प्रवेश देता है. जिनमें 225 उम्मीदवार आवासीय और 100 कैंडिडेट गैर-आवासीय होते हैं. इन उम्मीदवारों को यूपीएससी सिविल सर्विस प्री परीक्षा के लिए फ्री में बोर्डिंग और फूड के साथ फ्री कोचिंग दी जाती है. यूपीएससी सिविल सर्विस मेंस परीक्षा के लिए करीब 225 उम्मीदवारों को प्रशिक्षित किया जाता है. फ्री कोचिंग की सुविधा विशेष रूप से तमिलनाडु के युवाओं के लिए है. कोचिंग सुविधा का लाभ उठाने के लिए उम्मीदवारों को तमिलनाडु के 17 केंद्रों पर आयोजित प्रवेश परीक्षा में पास होना होगा. कोचिंग सुविधा पाने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए उपस्थित होना होगा.
इसके अलावा कई और भी प्राइवेट कोचिंग संस्थान हैं जो कुछ उम्मीदवारों को फ्री में सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में मदद करते हैं. दृष्टि आईएएस, फिजिक्स वाला, श्रीराम आईएएस, अनएकेडमी, बायजूज, टेस्टबुक जैसे तमाम प्राइवेट संस्थान योग्य उम्मीदवारों को स्कॉलरशिप देकर सिविल सर्विस परीक्षा का सामना करने के लिए कोचिंग उपलब्ध कराते हैं. छात्रवृत्ति सुविधा का लाभ उठाने के लिए छात्र को एक प्रवेश परीक्षा देनी होगी. चयनित उम्मीदवारों को संबंधित प्राइवेट कोचिंग संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट्स पर उपलब्ध स्टडी मैटेरियल फ्री में उपलब्ध कराई जाती है.
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