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गोल्ड के वैश्विक भाव का घरेलू बाजार में भी असर दिखता है. (Image- Reuters)
Gold Price Outlook: गोल्ड में अगर आप शॉर्ट टर्म में निवेश करना चाहते हैं तो अभी मुनाफे का अधिक मौका नहीं दिख रहा है. फाइनेंशियल सर्विसेज मुहैया कराने वाली फर्म एमकाय वेल्थ मैनेजमेंट का आकलन है कि आने वाले हफ्तों में गोल्ड की चाल सुस्त रहेगी और यह 1760-1810 डॉलर के सीमित भाव तक उछल सकता है. अभी यह 1750-1760 डॉलर के भाव पर है. गोल्ड के वैश्विक भाव का घरेलू बाजार में भी असर दिखता है.
कुछ समय पहले यह 1700-1720 की रेंज में ऊपर-नीचे हो रहा था लेकिन उसके बाद इसने 1730 डॉलर और फिर 1760 डॉलर के रेजिस्टेंस लेवल को पार किया. हालांकि आने वाले हफ्तों में इसके भाव सीमित रेंज में ही रहने के आसार दिख रहे हैं. हाल ही में अमेरिकी फेड द्वारा दरों में समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ोतरी के आसार को देखते हुए गोल्ड के भाव में तेजी आई थी.
फेड के एक्शन पर निर्भर करेगा गोल्ड का भाव
गोल्ड का भाव फेड की एक्शन पर निर्भर करेगा और अभी हाल ही में फेडरल रिजर्व के चेयरमैन ने कहा था कि दरों में कोई बदलाव मौजूद डेटा के आधार पर लिया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि अमेरिका में मंदी आने की कोई आशंका नहीं दिख रही है. इससे उम्मीद बनी है कि सितंबर की बैठक के बाद दरों में बढ़ोतरी सुस्त रहेगी. गोल्ड के भाव पर फेडरल के एक्शन का असर दिखता है. अगर आक्रामक तौर पर नीतिगत सख्ती होती है तो इससे गोल्ड फिसल सकता है.
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महंगाई के दौरान बदला निवेशकों का नजरिया
फेड द्वारा दरों में बढ़ोतरी और मार्केट यील्ड में तेजी के चलते गोल्ड के भाव में गिरावट आई. ब्याज दरें ऊंची होने के बाद अमेरिकी डॉलर इंडेक्स ऊपर चढ़ा तो इसके चलते गोल्ड के भाव में गिरावट आई. यहां तक कि बढ़ती महंगाई दर भी इसे थाम नहीं सकी. आमतौर पर बढ़ती महंगाई में निवेशक हेजिंग के लिए गोल्ड की खरीदारी करते हैं लेकिन फिलहाल इससे विपरीत रूझान दिख रहा है. अभी डॉलर में थोड़ी कमजोरी आई है तो गोल्ड के भाव कुछ मजबूत हुए हैं.
घरेलू बाजार में रुपये से तय होगी गोल्ड की चाल
एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर गोल्ड पिछले कुछ महीनों से प्रति दस ग्राम 50,258-52,122 रुपये की रेंज में ट्रेड हो रहा है. इसकी आगे की चाल भी इसी रेंज में हो सकती है. हालांकि गोल्ड इस रेंज से बाहर कितना आगे निकलता है, यह रुपये की चाल से तय होगा.
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