scorecardresearch

Rupee vs Dollar: रुपया @78.40, अबतक सबसे कमजोर, क्या 80 प्रति डॉलर तक आएगी गिरावट?

रुपया आज के कारोबार में टूटकर 78.40 प्रति डॉलर के भाव पर पहुंच गया. यह रुपया के लिए अबतक का सबसे निचला स्तर है.

रुपया आज के कारोबार में टूटकर 78.40 प्रति डॉलर के भाव पर पहुंच गया. यह रुपया के लिए अबतक का सबसे निचला स्तर है.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
Rupee vs Dollar: रुपया @78.40, अबतक सबसे कमजोर, क्या 80 प्रति डॉलर तक आएगी गिरावट?

रुपये में आज डॉलर के मुकाबले फिर कमजोरी आई है. (File)

Rupee vs Dollar: रुपये में आज डॉलर के मुकाबले फिर कमजोरी आई है. रुपया आज के कारोबार में टूटकर 78.40 प्रति डॉलर के भाव पर पहुंच गया. यह रुपया के लिए अबतक का सबसे निचला स्तर है. घरेलू शेयर बाजार में गिरावट और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के चलते रुपया बुधवार को कमजोर हुआ है. रुपया मंगलवार को 78.13 प्रति डॉलर पर पर बंद हुआ था. वहीं आज शुरूआती कारोबार में 4 पैसे गिरकर 78.17 पर आ गया. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आने से रुपये की गिरावट सीमित रही है.

क्या रुपये में बढ़ेगी गिरावट

IIFL के VP-रिसर्च अनुज गुप्ता का कहना है कि रुपये को नीचे की ओर 78 रुपये और फिर 77.80 रुपये प्रति डॉलर पर सपोर्ट है. इसके नीचे जाने पर ही रुपये में कुछ और गिरावट आ सकती है. वहीं हायर लेवल पर रुपये के लिए अगला रेजिस्टेंस 78.50 प्रति डॉलर पर है. यह लेवल ब्रेक होता है तो रुपये में 79 प्रति डॉलर और इसके बाद 80 प्रति डॉलर तक कमजोरी आ सकता है.

Advertisment

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का कहना है कि रुपया अभी 77.87-78.31 प्रति डॉलर की रेंज में रह सकता है. बाजार से अभी और कैपिटल आउटफ्लो के अनुमान के चलते यूएस डॉलर को सपोर्ट मिल रहा है. घरेलू स्तर पर जीडीपी अनुमान से स्लो रहने का अनुमान है, जिससे रुपये पर दबाव बढ़ा है. वहीं घरेलू बाजार में गिरावट और एफआईआई द्वारा बिकवाली, क्रूड की ज्यादा कीमतें भी रुपये पर दबाव बढ़ा रही हैं.

रुपये में कमजोरी के पीछे वजह

एक्सपर्ट के मुताबिक शॉर्ट टर्म में रुपये पर डॉलर के मुकाबले दबाव दिख रहा है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह महंगाई है. डॉलर इंडेक्स 22 साल के हाई लेवल पर है. यूएस में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए यूएस फेड द्वारा आगे ब्याज दरों में बढ़ोतरी की पूरी संभावना है, जिससे डॉलर इंडेक्स में मजबूती आ रही है. यूनियन बजट की बात करें तो क्रूड का आउटलुक 70 से 75 डॉलर प्रति बैरल का रखा गया था, लेकिन यह अनुमान से बहुत ज्यादा महंगा हो गया है. इससे एनर्जी इनफ्लेशन आसमान पर है. उनका कहना है कि महंगाई के चलते आरबीआई ने अभी स्टेप लिया है और आगे भी ले सकता है. ऐसे में अगर डॉलर इंडेक्स में गिरावट नहीं आती है तो रुपया और कमजोर होगा.

शेयर बाजार में बिकवाली

घरेलू शेयर बाजार की गिरावट ने रुपये को कमजोर किया. आज के कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स कमजोर हुए हैं. सेंसेक्स में 700 अंकों से ज्यादा कमजोरी है. वहीं निफ्टी 15400 के करीब आ गया है. सेंसेक्स 30 के 28 शेयर लाल निशान में हैं. वहीं मंगलवार यानी 21 जून को फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने बाजार से 2701.21 करोड़ रुपये निकाल लिए. विदेशी निवेशक लगातार बिकवाल बने हुए हैं. क्रूड की कीमतें भी 110 डॉलर के पार बनी हुई हैं.

Fii Falling Rupee Value Indian Rupee Stock Market Rupee Vs Us Dollar Crude Oil