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Silver Price Today : 2025 के पहले छह महीनों में सिल्वर की कीमतें 25% से ज्यादा बढ़ीं, जो कि सोने की 26% बढ़त के करीब है. (AI Generated by Gemini)
Silver New Life time High : 2025 की पहली छमाही में सिल्वर की कीमतों में 25% की तेज बढ़ोतरी हुई, जो सोने (Gold) की बढ़त के करीब ही है. आज सिल्वर मजबूत होकर अपने रिकॉर्ड हाई 1,10,900 रुपये प्रति किलो (Silver Price) पर पहुंच गया. केडिया एडवाइजरी की रिपोर्ट के मुताबिक गोल्ड-सिल्वर रेश्यो ऊंचा बना रहा, जिससे निवेशकों को सिल्वर सस्ता और आकर्षक लगा. जिसके चलते सिल्वर में लगातार तेजी आई है. वहीं, अमेरिका-चीन व्यापार बातचीत के चलते इंडस्ट्रियल मेटल्स में भी उम्मीद जगी, जिससे सिल्वर को और सहारा मिला.
एक्सचेंज ट्रेडेड प्रोडक्ट्स में रिकॉर्ड निवेश
Silver ETPs (एक्सचेंज ट्रेडेड प्रोडक्ट्स) में रिकॉर्ड निवेश देखा गया और इनकी कुल वैल्यू पहली बार 40 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई. फ्यूचर्स ट्रेडिंग में भी निवेशकों का भरोसा मजबूत दिखा, जहां नेट लॉन्ग पोजिशन 2024 की तुलना में 163% बढ़े.
रिटेल निवेश की बात करें तो यूरोप और भारत में मांग बढ़ी है, लेकिन अमेरिका में 30% तक गिरावट आई क्योंकि निवेशकों ने मुनाफा वसूली की और नई मांग कमजोर रही. अगर सिल्वर की कीमत इंटरनेशनल लेवल पर 40 डॉलर के पार जाती है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि निवेशक कैसे प्रतिक्रिया देते हैं.
मुख्य बातें (Key Highlights)
2025 की पहली छमाही में सिल्वर की औसत कीमत 25% बढ़ी.
गोल्ड-सिल्वर रेश्यो ने दिखाया कि सिल्वर अभी भी सस्ती है, जिससे निवेशक आकर्षित हुए.
Silver ETPs की होल्डिंग 40 बिलियन डॉलर से ऊपर पहुंच गई, अब तक का रिकॉर्ड हाई है.
CME (फ्यूचर्स मार्केट) में नेट मैनेज्ड मनी पोजिशन 163% बढ़ीं.
यूरोप और भारत में रिटेल डिमांड बढ़ी, जबकि अमेरिका में 30% कम हुई.
2025 : उम्मीद से ज्यादा तेजी
2025 के पहले छह महीनों में सिल्वर की कीमतें 25% से ज्यादा बढ़ीं, जो कि सोने की 26% बढ़त के करीब है.
यह शानदार प्रदर्शन अप्रैल और मई में गोल्ड-सिल्वर रेश्यो के ऊंचे स्तर के कारण हुआ, जिससे लंबी अवधि के निवेशकों को सिल्वर सस्ती और आकर्षक लगी.
साथ ही, अमेरिका और चीन के बीच फिर से शुरू हुई व्यापार वार्ता के चलते इंडस्ट्रियल मेटल्स को लेकर सकारात्मक माहौल बना, जिससे सिल्वर की कीमत को और मज़बूती मिली.
निवेशकों की दिलचस्पी खासतौर पर सिल्वर बैक्ड ETPs (एक्सचेंज ट्रेडेड प्रोडक्ट्स) में दिखी,
जहां मिड-ईयर तक 95 मिलियन औंस की नेट इनफ्लो हुई. यह 2024 की पूरी इनफ्लो से भी ज्यादा है.
दुनिया भर के ETPs में सिल्वर की होल्डिंग 1.13 बिलियन औंस तक पहुंच गई, और इनकी कुल वैल्यू जून में पहली बार 40 बिलियन डॉलर से ऊपर गई.
केवल जून महीने में ही इतनी तेज बढ़त हुई कि यह 2021 की Reddit वाली सिल्वर रैली के बाद सबसे बड़ी मंथली बढ़त रही.
सिल्वर में जबरदस्त भरोसा
CME (शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज) पर फ्यूचर्स ट्रेडिंग में नेट मैनेज्ड मनी पोजिशन 2024 के अंत से अब तक 163% बढ़ीं, जो यह दिखाता है कि बड़े निवेशक अब भी सिल्वर को सुरक्षित निवेश मानते हैं.
रिटेल इन्वेस्टमेंट का मिला-जुला हाल.
यूरोप और भारत में डिमांड अच्छी रही.
भारत में सिल्वर की मांग साल दर साल 7% बढ़ी.
वहीं अमेरिका में रिटेल डिमांड 30% गिर गई, क्योंकि वहां निवेशक मुनाफा वसूली कर रहे हैं और कम सुरक्षित निवेश खरीद रहे हैं.
आगे क्या हो सकता है?
सिल्वर के सिक्कों और बार (coins & bars) में आगे चलकर तेज खरीद-बिक्री देखने को मिल सकती है. एक बड़ा सवाल यह है कि अगर सिल्वर की कीमत 40 डॉलर के पार जाती है, तो लोग और खरीदेंगे या फिर भारी मात्रा में मुनाफा वसूली करेंगे?
कुल मिलाकर 2025 में सिल्वर की जबरदस्त बढ़त ने निवेशकों के भरोसे को दिखाया है, लेकिन आगे का रास्ता मार्केट सेंटीमेंट और कीमतों के अहम स्तरों पर निवेशकों की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा.