/financial-express-hindi/media/post_banners/D7ZxhdNCvhUPSlu0ySL3.jpg)
Sugar Production: फूड सेक्रेटरी संजीव चोपड़ा ने यह जानकारी दी.
Sugar Production in India: सरकार सितंबर में समाप्त होने वाले इस मार्केटिंग ईयर (Marketing Year) में चीनी निर्यात (Sugar Export) के मौजूदा 60 लाख टन कोटा को बढ़ाने के किसी प्रस्ताव पर फिलहाल विचार नहीं कर रही है. फूड सेक्रेटरी संजीव चोपड़ा ने यह जानकारी दी. खाद्य मंत्रालय ने चालू मार्केटिंग ईयर 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी है.
मार्केटिंग ईयर 2021-22 हुआ 110 लाख टन चीनी का निर्यात
मार्केटिंग ईयर 2021-22 में देश ने लगभग 110 लाख टन चीनी का निर्यात किया था, जो अब तक का सर्वाधिक निर्यात है. चोपड़ा ने एक कार्यक्रम के मौके पर बृहस्पतिवार देर शाम को कहा कि हमारा अनुमान है कि चीनी उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 9 लाख टन कम हो रहा है. इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए, निर्यात कोटा बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है. यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्रालय को चीनी के आगे के निर्यात पर निर्णय लेने से पहले इस महीने घरेलू उत्पादन का आकलन भी करना है, इसपर उन्होंने कहा कि उत्पादन के आंकड़े नीचे आ गए हैं. हमें पहले बफर स्टॉक की आवश्यकता को देखना होगा और एक बार यह काम पूरा हो जाए, तभी हम आगे के बारे में सोच सकते हैं.
चालू मार्केटिंग ईयर में घटेगा शुगर प्रोडक्शन
हाल ही में भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने कहा था कि चीनी उत्पादन चालू मार्केटिंग ईयर में पांच प्रतिशत घटकर 340 लाख टन रहने का अनुमान है क्योंकि एथनॉल के उत्पादन के लिए गन्ने के शीरे की अधिक मात्रा का उपयोग किया जा रहा है. मार्केटिंग ईयर 2021-22 में चीनी का उत्पादन 358 लाख टन रहा. एथनॉल उत्पादन को लेकर 45 लाख टन चीनी के शीरे का उपयोग किये जाने की संभावना है. महाराष्ट्र में वास्तविक चीनी उत्पादन वर्ष 2022-23 में पिछले वर्ष के 137 लाख टन से घटकर 121 लाख टन रहने का अनुमान है. उत्तर प्रदेश में 102 लाख टन से 101 लाख टन की मामूली गिरावट देखी जाएगी, जबकि कर्नाटक में उत्पादन 60 लाख टन से कम होकर 56 लाख टन रह सकता है. इस्मा ने बताया है कि चालू मार्केटिंग ईयर 2022-23 के अक्टूबर से 15 फरवरी के बीच देश का चीनी उत्पादन तीन प्रतिशत बढ़कर 228.4 लाख टन हो गया है.