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पिछले साल फेस्टिव सीजन में ज्वैलरी की खरीद पर होने वाले खर्च में 595% फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया.
Diwali Shopping: भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है. यहां हर दिन किसी न किसी कोने में पर्व या उत्सव मनाया जा रहा होता है. दिवाली हमारे देश के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है. दिवाली पर लोग खुलकर खरीदारी करते हैं. इस दौरान अपने परिवार और दोस्तों को गिफ्ट भी देते हैं. हाल के दौर में इसमें खासा इजाफा देखा गया है.
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पिछले साल के आंकड़ों पर आधारित है रिपोर्ट
पेमेंट सॉल्यूशन कंपनी रेजरपे ने दिवाली की खरीदारी पर होने शॉपिंग के ट्रेंड को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है. कंपनी ने रिटेल और ई-कॉमर्स सेक्टर के आंकड़ों पर आधारित अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि पिछले साल फेस्टिव सीजन के दौरान इलेक्ट्रॉनिक प्रॉडक्ट्स की खरीद पर सामान्य समय के मुकाबले होने वाले खर्च में 108 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया. वहीं कपड़ों पर होने वाले खर्च में 214 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.
ज्वैलरी पर 585% ज्यादा हुआ खर्च
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के फेस्टिव सीजन में नॉर्मल टाइम की तुलना में ज्वैलरी की खरीद पर होने वाले खर्च में 595% फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया, जबकि इस दौरान किराने की खरीद पर होने वाला खर्च 145 प्रतिशत तक बढ़ गया था. दिवाली से एक सप्ताह पहले तक ई-कॉमर्स कंपनियों को मिलने वाले ऑर्डर्स में 37 फीसदी का इजाफा देखा गया है, जिसकी वजह से दिवाली से पहले हफ्ते में कारोबारियों की आय में 41 प्रतिशत की बढोतरी हुई. इसके साथ ही पिछले फेस्टिव सीजन में 1 लाख रुपये से ऊपर के लेनदेन में 200% का इजाफा हुआ था.
दिवाली से पहले हफ्ते में होती है बंपर कमाई
रेजरपे के चीफ बिजनेस ऑफिसर राहुल कोठारी ने कहा कि “कस्टमर्स की डिस्पोजेबल इनकम में इजाफे की वजह से खरीदारी की क्षमता बढ़ी है, जिसकी वजह से फेस्टिव सीजन सभी ऑनलाइन कारोबारियों के लिए सबसे खास या अहम होता है. रिकॉर्ड से पता चलता है कि कारोबारियों को सबसे ज्यादा आय दिवाली से एक सप्ताह पहले है न कि दिवाली वाले हफ्ते में."