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दिवाली सेल के दौरान ऑनलाइन खरीदारी करते समय सावधानियां बरतें.
How to Protect Your Money from Fraudsters while Paying Online : दिवाली के मौके पर फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसे तमाम ई-कॉमर्स प्लेटफार्म भारी डिस्काउंट और कैशबैक ऑफर्स के साथ स्पेशल सेल लेकर आते हैं. इसका लाभ लेने के लिए लोग बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खरीदारी करते हैं. लेकिन सेल का फायदा उठाने के चक्कर में आपको अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. अगर आपने थोड़ी भी लापरवाही बरती, तो साइबर ठग आपके बैंक अकाउंट में सेंध लगा सकते हैं. आइए जानते हैं कि ऐसी धोखाधड़ी से आप कैसे बच सकते हैं.
वीवीफाई इंडिया फाइनेंस (Vivifi India Finance) के सीईओ व संस्थापक अनिल पिनापाला बताते हैं कि सामानों की खरीद के दौरान ज्यादातर भुगतान डिजिटल मोड में किए जा रहे हैं. इनमें भी ज्यादातर लोग स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में किसी भी तरह के फ्रॉड, धोखाधड़ी से बचने और पर्सनल जानकारी लीक होने से बचाने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.
डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किए गए कार्ड और यूपीआई समेत अन्य मौजूद सर्विसेज को कैसे सिक्योर करें उसके लिए सीईओ अनिल पिनापाला ने कुछ सुझाव दिए हैं जिनका पालन कर आप अपने पैसों को सुरक्षित रख सकते हैं.
- डिजिटल पेमेंट के लिए आप जिस भी ऐप का इस्तेमाल करते हैं उसे अपने स्मार्टफोन में विश्वसनीय प्लेटफार्म (गूगल प्लेस्टोर, ऐप स्टोर या संबंधित वेबसाइट) से डाउनलोड करें. अगर आपको किसी ऐप पर संदेह है तो उसको इस्तेमाल में लाने से बचें. ऐप को डाउनलोड करते समय जरा भी शक हो तो उसे तुरंत बंद कर दें.
- फ्री में उपलब्ध कराए गए वाई-फाई नेटवर्क या किसी अनजान पब्लिक डिवाइस से अपने स्मार्टफोन को कनेक्ट करके डिजिटल पेमेंट करने से बचना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपका भारी नुकसान हो सकता है और आपका डाटा भी चोरी हो सकता है.
- मोबाइल फोन पर आए किसी भी ओटीपी को शेयर नहीं करना चाहिए. रही बात डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे विश्वसनीय ऐप की, तो ये प्लेटफार्म कभी भी इस तरह के गोपनीय डेटा की मांग नहीं करते हैं.
- डिजिटल पेमेंट करते समय कभी भी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. हर पेमेंट की रसीद जरूर हासिल कर लें.
- स्मार्टफोन में डाउनलोड किए गए नए ऐप को इंस्टाल करते समय उससे जुड़े हर परमिशन रिक्वेस्ट को चेक करके ही अप्रूव करें. कभी भी एक साथ सारी परमिशन के लिए सहमति न दें. डिजिटल पेमेंट के लिए जिस भी ऐप का इस्तेमाल करने जा रहे हैं, उसकी विश्वसनीयता के बारे में जानकारी जुटा लें.
टोकनाइजेशन से बढ़ी कार्ड की सुरक्षा
साइबर ठगी के मामलों पर लगाम लगाने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड पर टू-फैक्टर टोकनाइनजेशन सिस्टम लागू कर दिया है. इससे आपके कार्ड के डिटेल मर्चेंट प्लेटफार्म या ई-कॉमर्स वेबसाइट में एनक्रिप्टेड फॉर्म में इस्तेमाल होते हैं. पहले की तरह अब ये साइट आपके कार्ड डिटेल को सेव नहीं करते हैं. ऐसे में धोखाधड़ी की आशंका घट गई है.
(Article : Amitava Chakrabarty)