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Edible Oil Price: इससे पहले केंद्र सरकार ने कंपनियों को दाम में कटौती करने का निर्देश दिया था.
Edible Oil Price: मानूसन शुरू होने से पहले मदर डेयरी ने लोगों को एक खुशखबरी दी है. अब बारिश में पकौड़े खाने और चाय पीने पर आपके जेब पर कम भार पड़ने वाला है. एडिबल ऑयल ब्रांड ‘धारा’ की बिक्री करने वाली मदर डेयरी ने तेल की कीमतों में प्रति लीटर 10 रुपये तक की कटौती करने की घोषणा की है. अगले सप्ताह से नई कीमतों वाली पैकिंग उपलब्ध हो जाएगी. दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र में मिल्क प्रोडक्शन की प्रमुख आपूर्तिकर्ता मदर डेयरी धारा ब्रांड के तहत एडिबल ऑयल की भी बिक्री करती है.
कंपनी का क्या है कहना?
मदर डेयरी का कहना है कि कि धारा ब्रांड के तेल की कीमतों में कटौती वैश्विक बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए की गई है. मदर डेयरी के प्रवक्ता ने बृहस्पतिवार को जारी बयान में कहा, ‘‘धारा एडिबल ऑयल के सभी संस्करणों के अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) में 10 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की जा रही है. यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्य तेलों के दाम गिरने और घरेलू स्तर पर सरसों जैसी तिलहन फसलों की उपलब्धता में सुधार को देखते हुए उठाया गया है.’’ इसके साथ ही प्रवक्ता ने कहा कि धारा ब्रांड के एडिबल ऑयल नई एमआरपी के साथ अगले सप्ताह तक खुले बाजार में मिलने लगेंगे. दाम में कटौती के बाद धारा का रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल अब 200 रुपये प्रति लीटर के भाव पर आ गया है. इसी तरह धारा कच्ची घानी सरसों तेल की एमआरपी 160 रुपये प्रति लीटर और धारा सरसों तेल की एमआरपी 158 रुपये प्रति लीटर होगी. इसके साथ धारा का रिफाइंड सूरखमुखी तेल अब 150 रुपये प्रति लीटर और नारियल तेल 230 रुपये प्रति लीटर के भाव पर बेचा जाएगा.
केंद्र सरकार ने दिए थे दाम घटाने के निर्देश
केंद्र ने इस शुक्रवार को एडिबल ऑयल एसोसिएशन को खाने वाले तेलों के दामों में कटौती करने का निर्देश दिया था. वैश्विक बाजार में घटते कीमतों को देखते हुए केंद्र ने तत्काल प्रभाव से एडिबल ऑयल पर 8-12 रुपये प्रति लीटर कम करने के निर्देश दिए गए थे. फूड मिनिस्ट्री ने इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के साथ फूड सेक्रेटरी संजीव चोपड़ा की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद .इस मामले में निर्देश जारी किया था फूड मिनिस्ट्री ने कहा था कि कुछ कंपनियां जिन्होंने अपनी कीमतें कम नहीं की हैं और उनकी एमआरपी अन्य ब्रांडों की तुलना में अधिक है, उन्हें भी अपनी कीमतें कम करने की सलाह दी गई थी. मैन्युफैक्चरर और रिफाइनर द्वारा डिस्ट्रीब्यूटर को दी जाने वाली कीमत को भी तत्काल प्रभाव से कम करने की जरूरत है ताकि कीमतों में गिरावट किसी भी तरह से कम न हो. मंत्रालय ने कहा कि खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट का रुख जारी है और खाद्य तेल उद्योग द्वारा और कटौती की तैयारी की जा रही है.