/financial-express-hindi/media/post_banners/se4ZrSSZ40d7EPpLiHvk.webp)
साल 2018 की तुलना में इस साल फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन खरीदारी करने वाले कस्टमर्स की संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है
इस बार का फेस्टिव सीजन ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए बड़ा गिफ्ट लेकर आ रहा है. रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स ने अपने रिपोर्ट में दावा किया है कि इस साल फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन बिक्री में करीब 28 फीसदी का इजाफा होने का अनुमान है. इस इजाफे के साथ ही ऑनलाइन बिक्री 11.8 अरब डॉलर यानि 1180 करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच जाएगी. रेडसीर की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 की तुलना में इस साल फेस्टिव सीजन ऑनलाइन खरीदारी करने वाले कस्टमर की संख्या दोगुनी होने की उम्मीद है.
ऑनलाइन बिक्री के 11.8 अरब डॉलर तक रहने के अनुमान
भारत में गणेश चतुर्थी से दिवाली तक के समय को फेस्टिव सीजन माना जाता है. इस दौरान कई ई-कॉमर्स कंपनियां द्वारा अलग-अलग समय पर सेल्स ऑफर्स या बंपर धमाका सेल्स जैसे ऑफर्स दिये जाते हैं. रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, ''भारत के इस फेस्टिल सीजन के दौरान ऑनलाइन बिक्री के 11.8 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले साल की मुकाबले 28 फीसदी ज्यादा है.''
राजपथ नहीं अब कहिए ‘कर्तव्य पथ’; पीएम मोदी आज करेंगे उद्धाटन, कई ट्रैफिक रूट में बदलाव
ऑनलाइन दुकानदारों की संख्या में लगभग चार गुना इजाफा
रेडसीर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फेस्टिव सीजन से पहले ही कई कैटेगरियां अलग-अलग तरह से डवलेप हो रही हैं. जिसका सीधा असर बिक्री पर भी पड़ रहा है. रेडसीर की माने तो पहले सप्ताह में ही ऑनलाइन बिक्री 5.9 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, इस साल फैशन कैटेगरी में ऑनलाइन खरीद बढ़ने का अनुमान है और टियर-2 शहरों में खासतौर से मांग देखने को मिल सकती है. रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के एसोसिएट पार्टनर संजय कोठारी ने कहा, ''हमारा अनुमान है कि 2018 के मुकाबले ऑनलाइन दुकानदारों की संख्या में लगभग चार गुना इजाफा हुई है. यह वृद्धि कारोबारियों द्वारा तेजी से डिजिटल को अपनाने और टियर-2 शहरों में बढ़ती पैठ से प्रेरित है.''
बाजार के उतार चढ़ाव में गारंटीड इनकम स्कीम का बढ़ा क्रेज, बेहतर रिटर्न के साथ फाइनेंशियल सेफ्टी
आज के इस इंटरनेट युग में मोबाइल या लैपटॉप के जरिए ही ज्यादातर काम एक जगह पर बैठे-बैठे ही पूरा कर लिया जा रहा है. अब लोगों को बिलजी या पानी के बिल का भुगतान करने के लिए जल बोर्ड या बिलजी विभाग के दफ्तर की लंबी लाइनों में नहीं लगना पड़ता. वो अपने मोबाइल के पेमेंट्स एप के जरिए बिजली, पानी, फोन समेत सभी बिल्स का भुगतान बड़े ही आसानी से कर देते हैं. इसके साथ ही इंटरनेट की मदद से लोग घर बैठकर अपनी जरूरतों की सभी चीजें खरीद सकते हैं. यही एक बड़ा कारण है कि हाल के दिनों में ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है.