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देश से वाहनों का एक्सपोर्ट 28% घटा, SIAM ने बताई वजह

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स का कुल एक्सपोर्ट 5% घटा गया. इस दौरान टू-व्हीलर्स का एक्सपोर्ट 31% घटकर 7,91,316 यूनिट रह गया,

चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स का कुल एक्सपोर्ट 5% घटा गया. इस दौरान टू-व्हीलर्स का एक्सपोर्ट 31% घटकर 7,91,316 यूनिट रह गया,

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FE Hindi Desk
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Vehicle Export

30 जून, 2023 को समाप्त पहली तिमाही में कुल वाहन एक्सपोर्ट 10,32,449 यूनिट (वाहन) रहा. पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 14,25,967 यूनिट था.

Automobile Exports From India Dip 28 per cent in Q1 as Several Markets Hit by Monetary Crisis: देश से वाहनों का एक्सपोर्ट यानी निर्यात चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून तिमाही) में 28 फीसदी घट गया है. वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि अफ्रीका और विभिन्न अन्य विकासशील देशों में मॉनेटरी क्राइसिस यानी मौद्रिक संकट (monetary crisis) के कारण भारत के वाहन एक्सपोर्ट में गिरावट आई है.

एक्सपोर्ट घटने की ये रही वजह

आंकड़ों के मुताबिक 30 जून, 2023 को समाप्त पहली तिमाही में कुल वाहन एक्सपोर्ट 10,32,449 यूनिट (वाहन) रहा. पिछले साल की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 14,25,967 यूनिट था. सियाम के डायरेक्टर जनरल राजेश मेनन ने कहा कि पहली तिमाही में सभी सेगमेंट के वाहनों का एक्सपोर्ट घटा है. उन्होंने बताया कि अफ्रीका समेत कई विकासशील देशों में करेंसी के डिवैल्यूएशन यानी अवमूल्यन के चलते से वाहनों की मांग घटी है और इससे देश से वाहन निर्यात पर असर पड़ा है. डीजी राजेश मेनन ने कहा कि इन देशों को विदेशी मुद्रा (फॉरेन एक्सचेंज) की उपलब्धता की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे वाहनों की बिक्री सीमित रही है. हालांकि, इन देशों में वाहनों की मांग बरकरार है, लेकिन ये अभी दूसरे जरूरी चीजों के इंपोर्ट यानी आयात पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

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कुल पैसेंजर व्हीकल्स का एक्सपोर्ट 5% घटा

सियाम के आंकड़ों के मुताबिक जून तिमाही में पैसेंजर व्हीकल्स का कुल एक्सपोर्ट 5 फीसदी घटकर 1,52,156 यूनिट रह गया. पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 1,60,116 यूनिट पर था. चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में पैसेंजर कारों का एक्सपोर्ट घटकर 94,793 यूनिट रह गया. जबकि वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में यह आंकड़ा 1,04,400 यूनिट रहा था. इसी तरह, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यूटिलिटी वाहनों का एक्सपोर्ट मामूली गिरावट के साथ 55,419 यूनिट रह गया. जबकि पिछले साल की समान अवधि में यूटिलिटी वाहनों का एक्सपोर्ट 55,547 यूनिट रहा था.

टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और CV के एक्सपोर्ट में आई गिरावट

अप्रैल-जून तिमाही में टू-व्हीलर्स यानी दोपहिया वाहनों का एक्सपोर्ट 31 फीसदी घटकर 7,91,316 यूनिट रह गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 11,48,594 यूनिट था. इसी तरह, कॉमर्शियल वाहनों का एक्सपोर्ट पहली तिमाही में घटकर 14,625 यूनिट रह गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही के 19,624 यूनिट के आंकड़े से 25 फीसदी कम है. समीक्षाधीन अवधि में थ्री-व्हीलर्स का एक्सपोर्ट भी 25 फीसदी घटकर 73,360 यूनिट रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में 97,237 यूनिट था.

एक्सपोर्ट में मामले में मारुति टॉप पर, हुंडई, किआ का क्या है हाल

वाहन एक्सपोर्ट में मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) टॉप पर रही. अप्रैल-जून में मारुति का एक्सपोर्ट 62,857 यूनिट रहा. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में मारुति ने 68,987 पैसेंजर व्हीकल एक्सपोर्ट का किया था. इसके बाद हुंडई मोटर इंडिया का स्थान रहा. जून तिमाही में हुंडई ने 35,100 वाहनों का निर्यात किया. एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 34,520 यूनिट रहा था. किआ इंडिया 22,511 वाहनों के निर्यात के साथ तीसरे पायदान पर रही. पिछले वित्त वर्ष की जून तिमाही में कंपनी ने 21,459 वाहनों का निर्यात किया था. 

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