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GDP in March quarter: NSO ने बुधवार को इस बात की जानकारी एक प्रेस रिलीज में दी.
GDP in March quarter: वित्त वर्ष 2023 के मार्च तिमाही में जीडीपी के आंकड़ों में ग्रोथ देखी गई है. जनवरी-मार्च तिमाही में भारत का जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रहा, जबकि पिछली तिमाही में यह 4.4 फीसदी था. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने बुधवार को इस बात की जानकारी एक प्रेस रिलीज में दी.
नॉमिनल जीडीपी भी बढ़ी
प्रेस रिलीज में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी 7.2 फीसदी की दर से बढ़ी, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 9.1 फीसदी थी. वहीं, वर्ष 2022-23 में वास्तविक जीडीपी 160.06 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पछू सकती है, जबकि वर्ष 2021-22 के लिए जीडीपी के पहले रिवाइज्ड एस्टीमेट 149.26 लाख करोड़ रुपये थे. MoSPI ने कहा कि FY2022-23 में भारत की नॉमिनल GDP या मौजूदा कीमतों पर GDP 16.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी है.
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मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी ग्रोथ
MoSPI ने आगे कहा कि मार्च तिमाही के लिए, मौजूदा कीमतों पर भारत की GDP में 10.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. प्रेस रिलीज के अनुसार, मार्च तिमाही में, भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन साल-दर-साल 4.5 फीसदी बढ़ गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 1.1 फीसदी था. इसी अवधि में 3.7 फीसदी की वृद्धि के मुकाबले देश के फार्म आउटपुट में 5.5 फीसदी की वृद्धि हुई.
जानकारों का क्या है कहना?
Prabhudas Lilladher PMS में Quant Macro Strategist रितिका छाबड़ा का कहना है कि चौथी तिमाही में यह वृद्धि एक सरप्राइज है. जनवरी-मार्च की अवधि में बेमौसम बारिश के बावजूद, प्रोडक्शन के स्तर पर 5.5 फीसदी की एग्रीकल्चर ग्रोथ अपेक्षा से काफी बेहतर है. व्यापार, होटल और वित्तीय सेवाओं में मजबूत बढ़ोतरी द्वारा समर्थित सर्विस ग्रोथ अनुमानित ही रही है.