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IMF की एमडी क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा के मुताबिक यूक्रेन पर रूस के हमले ने दुनिया भर में भुखमरी और गरीबी को बढ़ा दिया है.
Russia's war in Ukraine has Darkened Global Economic OutlookSignificantly says IMF : दुनिया का आर्थिक भविष्य पहले के मुकाबले ज्यादा अंधेरे में घिरा हुआ नजर आ रहा है. इतना ही नहीं, आने वाले दिनों मे यह अंधेरा और घना होने का खतरा है. यह गंभीर चेतावनी अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टालिना जॉर्जिएवा (Kristalina Georgieva) ने अपने एक ताजा ब्लॉग में दी है.
क्रिस्टालिना के मुताबिक युद्ध ने दुनिया के सामने एक मानवीय संकट खड़ा कर दिया है, जो दिनों-दिन और गहरा होता जा रहा है. बढ़ती महंगाई और ग्रोथ रेट में गिरावट ने जिंदा रहने की लागत इतनी बढ़ा दी है कि करीब 7 करोड़ 10 लाख अतिरिक्त आबादी अत्यधिक गरीबी (extreme poverty) की चपेट में जा रही है. आईएमएफ प्रमुख ने दुनिया भर के देशों से अपील की है कि वे बढ़ती महंगाई दर को काबू में लाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करें. अगर ऐसा नहीं किया गया तो न सिर्फ आर्थिक रिकवरी पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि गरीबों का जीना और भी मुश्किल हो जाएगा.
क्रिस्टालिना के मुताबिक यूक्रेन पर रूस के हमले और उसकी वजह से बढ़ी महंगाई ने दुनिया भर में भुखमरी और गरीबी को बढ़ाने का काम किया है. क्रिस्टलिना ने अपना ये आंकलन G20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के प्रमुखों की बैठक से ठीक पहले जाहिर किया है. यह महत्वपूर्ण बैठक इसी शुक्रवार और शनिवार को इंडोनेशिया के बाली में होने वाली है.
IMF दुनिया भर के देशों को आर्थिक संकट से उबरने के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था है. लिहाजा आर्थिक संकट के बारे में उसके पूर्वानुमान काफी अहमियत रखते हैं. आईएमएफ की तरफ से अपडेटेड वर्ल्ड इकनॉमिक आउटलुक (World Economic Outlook) भी इसी महीने जारी होने वाला है. क्रिस्टालिना का कहना है कि आगामी आउटलुक में दुनिया के आर्थिक विकास दर के अनुमान में और गिरावट आने की आशंका है. उनके मुताबिक आर्थिक विकास दर का नया आकलन अप्रैल में घोषित 3.6 फीसदी के अनुमान से काफी कम हो सकता है.
इससे पहले अप्रैल में भी IMF ने दुनिया के विकास दर अनुमान में करीब 1 फीसदी की कटौती की थी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने हाल ही में साल 2022 के लिए अमेरिका के आर्थिक विकास दर अनुमान को भी 2.9 फीसदी से घटाकर 2.3 फीसदी कर दिया है. IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर का कहना है कि दुनिया की अर्थव्यवस्था अभी कोविड महामारी की मार से उबर ही रही थी कि यूक्रेन पर रूस के हमले ने उस पर कहर बरपा दिया. इस युद्ध की वजह से सारी दुनिया में तेजी से बढ़ी महंगाई ने पिछले दो वर्षों में हुई सारी रिकवरी पर पानी फेर दिया.