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Windfall Tax: विंडफाल टैक्स का मतलब किसी अप्रत्याशित लाभ पर लगाए जाने वाले टैक्स से है.
Windfall Tax Increased: सरकार ने नए साल की शुरूआत में क्रूडऑयल पर विंडफाल टैक्स बढ़ा दिया है. इसके अलावा एविएशन फ्यूल यानी ATF पर विंडफॉल टैक्स को बढ़ा दिया गया है. जबकि डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स में इजाफा हुआ है. इन पेट्रोलियम उत्पादों पर बढ़े हुए विंडफॉल टैक्स की संशोधित दरें आज 3 जनवरी 2023 से लागू हो गई हैं. एक नोटिफिकेशन जारी कर वित्त मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
क्रूड पर अब कितना टैक्स
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि नई दरों के आधार पर घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल, एविएशन टर्बाइन फ्यूल और हाई स्पीड डीजल पर टैक्स बढ़ाया गया है. घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 1700 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति टन कर दिया गया है.
ATF पर टैक्स की नई दरें
एविएशन फ्यूल या जेट फ्यूल पर विंडफॉल टैक्स को बढ़कर 4.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है और इससे पहले ये 1.5 रुपये प्रति लीटर पर था. पेट्रोल पर लगने वाली अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी में कोई बदलाव नहीं किया गया है और ये शून्य पर है.
डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स बढ़ा
इसके अलावा एक्सपोर्ट के लिए जाने वाले हाई स्पीड डीजल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाकर 7.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है; यह पहले 5 रुपये प्रति लीटर था.
16 दिसंबर को क्या हुआ था बदलाव
इससे पहले केंद्र सरकार ने 16 दिसंबर 2022 को विंडफाल टैक्स में बदलाव किया था. 16 दिसंबर 2022 को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटाया था और डीजल पर लेवी भी कम की थी. उस समय घरेलू लेवल पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को 4,900 रुपये प्रति टन से घटाकर 1,700 रुपये प्रति टन कर दिया गया है.
क्या होता है विंडफाल टैक्स
विंडफाल टैक्स का मतलब किसी अप्रत्याशित लाभ पर लगाए जाने वाले टैक्स से है. अगर किसी वजह से कंपनी को अप्रत्याशित लाभ होता है तो सरकार इस लाभ पर अतिरिक्त टैक्स लगाती है. रूस यूक्रेन संकट की वजह से तेल के दामों में अप्रत्याशित बढ़त देखने को मिली थी. जिससे तेल कंपनियों को अप्रत्याशित रूप से काफी मुनाफा हुआ था. जिससे सरकार ने इस तेल पर टैक्स लगाने का फैसला लिया था. वहीं सरकार के इस फैसले से घरेलू सप्लाई बढ़ाने में भी मदद मिली है.
1 जुलाई को पहली बार लागू हुआ था
सरकार हर 15 दिन पर विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है. सबसे पहले 1 जुलाई 2022 को पेट्रोल और एटीएफ पर 6 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर की एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाई गई थी. इसके अलावा, कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन पर 23250 रुपए प्रति टन का विंडफॉल टैक्स लगाया गया था. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी होने की वजह कई तेल कंपनियों के मुनाफे में बड़ी बढ़त देखने को मिली थी. इस कारण सरकार की ओर से एक जुलाई को विंडफॉल टैक्स लगाया गया था.