scorecardresearch

FY23 में होटल इंडस्ट्री के पटरी पर लौटने की उम्मीद, कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंच जाएगा कारोबार: ICRA

कोरोना महामारी का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है. हालांकि इसके बावजूद चालू वित्त वर्ष 2022-23 में होटल इंडस्ट्री का रेवेन्यू और मार्जिन कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंचने की संभावना है.

कोरोना महामारी का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है. हालांकि इसके बावजूद चालू वित्त वर्ष 2022-23 में होटल इंडस्ट्री का रेवेन्यू और मार्जिन कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंचने की संभावना है.

author-image
FE Hindi Desk
एडिट
New Update
ICRA expects hotel industry revenues margins to return to pre-COVID levels in FY23

इक्रा रेटिंग्स के मुताबिक मौजमस्ती, आस-पास की यात्राएं और माइस/शादी-विवाह के साथ-साथ कारोबारी यात्राओं व विदेशी यात्रियों की भारत यात्रा के पटरी पर लौटने से डिमांड को सपोर्ट मिला. (Image- Pixabay)

कोरोना महामारी का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है. हालांकि इसके बावजूद चालू वित्त वर्ष 2022-23 में होटल इंडस्ट्री का रेवेन्यू और मार्जिन कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंचने की संभावना है. रेटिंग एजेंसी इक्रा ने यह अनुमान लगाया है. इक्रा रेटिंग्स ने आज मंगलवार 12 जुलाई को कहा कि चालू वित्त वर्ष में मौज-मस्ती और छोटी यात्राएं होटल इंडस्ट्री की मांग बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी. हालांकि कारोबारी यात्राओं और विदेशी यात्रियों के भारत आने में धीरे-धीरे ही सुधार होगा.

Women Empowerment: बड़े पदों पर महिलाओं के मामले में मिजोरम ने मारी बाजी, सरकारी सर्वे से हुआ खुलासा

प्रीमियम होटल में 70% तक बुकिंग के आसार

Advertisment

रेटिंग एजेंसी के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में देश भर के प्रीमियम होटल में बुकिंग 68-70 फीसदी रह सकती है. इसके साथ ही होटल के कमरों का औसत किराया करीब 5600-5800 रुपये रह सकता है. इक्रा की वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड विनुता एस का कहना है कि होटल इंडस्ट्री के लिए इस वित्त वर्ष की शुरुआत अच्छी रही है और पहली तिमाही में प्रीमियम श्रेणी के 56-58 फीसदी कमरे बुक रहे. पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में यह अनुपात 40-42 फीसदी था. वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में यह 60-62 फीसदी था.

Adani Group लेगी 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में हिस्सा, मार्केट एक्सपर्ट्स ने फैसले पर जताई हैरानी

इन वजहों से डिमांड में रिकवरी

इक्रा रेटिंग्स के मुताबिक मौजमस्ती, आस-पास की यात्राएं और माइस/शादी-विवाह के साथ-साथ कारोबारी यात्राओं व विदेशी यात्रियों की भारत यात्रा के पटरी पर लौटने से डिमांड को सपोर्ट मिला. इसके अलावा कुछ शहरों में खास समारोहों के चलते भी होटल इंडस्ट्री को सपोर्ट मिला. माइस (MICE) का मतलब मीटिंग्स, इंसेटिव्स, कांफ्रेंसेंज और एग्जिबिशिंस से हैं. इक्रा रेटिंग्स के मुताबिक सैर-सपाटे और गेटवे शहरों में होटल इंडस्ट्री का कारोबार बेहतर रहा लेकिन बेंगलूरु और पुणे जैसे शहरों की होटल इंडस्ट्री जो बड़े तौर पर कारोबारी यात्राओं पर निर्भर है, उसे पटरी पर लौटने में कुछ और वक्त लगेगा.

(इनपुट: पीटीआई)

Icra Indian Hotels