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आउटपुट और सेल्स दोनों ही जुलाई में चार महीने में सबसे धीमी गति से बढ़े.
Service Sector: बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दबाव, ऊंची मुद्रास्फीति और प्रतिकूल मौसम के चलते पिछले महीने जुलाई 2022 में मांग प्रभावित रही. इसके चलते भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों की रफ्तार सुस्त हुई और चार महीने में सबसे कम रही. एक मासिक सर्वेक्षण में बुधवार 3 अगस्त तो को यह जानकारी सामने आई है. सीजनली एडजस्टेड एसएंडपी ग्लोबल का इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स जून में 59.2 से गिरकर 55.5 पर आ गया. यह चार महीने में सबसे कम है.
लगातार 12वें महीने सर्विस सेक्टर एक्टिविटीज में विस्तार
पिछले महीने जुलाई 2022 में सर्विस सेक्टर की एक्टिविटी ग्रोथ चार महीने में सबसे सुस्त रही लेकिन अभी भी यह आगे बढ़ रही है. यह लगातार 12वां महीना है, जब सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में विस्तार हुआ. परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक का अर्थ है कि गतिविधियों में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है.
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सेल्स और आउटपुट दोनों की ग्रोथ सुस्त
सर्वे के मुताबिक बेहतर मांग और विज्ञापन के दम पर कुछ सर्विस प्रोवाइडर्स की बिक्री जुलाई में बेहतर रही लेकिन तेज कंपटीशन और प्रतिकूल मौसम के चलते कारोबार में तेजी प्रभावित हुई. एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस की इकनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पोलियाना डी लीमा के मुताबिक बढ़ते कंपटीशन, ऊंची मुद्रास्फीति और प्रतिकूल मौसम की वजह से मांग प्रभावित हुई और इसके चलते देश की सर्विस इकनॉमी की रफ्तार में अच्छी-खासी कमी हुई.
आउटपुट और सेल्स दोनों ही जुलाई में चार महीने में सबसे धीमी गति से बढ़े. इसके अलावा सेल्स ग्रोथ का प्रमुख स्रोत घरेलू मार्केट ही बना रहा क्योंकि भारतीय सेवाओं की अंतरराष्ट्रीय मांग की स्थिति और बुरी हुई है. एसएंडपी ग्लोबल का इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स जून के 58.2 से गिरकर जुलाई में 56.6 हो गया जो मार्च के बाद से सबसे कम है. इस इंडेक्स में सर्विसेज और मैन्यूफैक्चरिंग आउटपुट दोनों को मापा जाता है.
(इनपुट: पीटीआई)