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RBI MPC News: रेपो दर वह ब्याज दर है, जिसपर कमर्शियल बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं. (file image)
RBI MPC Meeting Live Updates: रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने मौजूदा वित्त वर्ष की 5वीं मॉनेटरी पॉलिसी (RBI Monetary Policy) में भी राहत दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने दिसंबर 2023 की पॉलिसी में ब्याज दरों (Interest Rate) में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का एलान किया है. रेपो रेट (Repo Rate) पहले की तरह 6.50 फीसदी पर बरकरार रहेगा. वहीं आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 6.5 फीसदी से बढ़कार 7 फीसदी कर दिया है. SDF रेट 6.25% पर बरकरार रखा गया है, जबकि MSF रेट 6.75% पर बरकरार रखा है.
आबीआरई एमपीसी के सभी सदस्य पॉलिसी दरों को स्थिर बनाए रखने के पक्ष में थे. आरबीआई ने स्टॉन्स में भी कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई ने विद्ड्रॉल आफ अकोमोडेशन स्टांस को बरकरार रखा है. शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू और ग्लोबल स्तर पर महंगाई की चिंता अभी भी बनी हुई है. हालांकि फाइनेंशियल स्टेबिलिटी अब आ रही है और डिमांड में बढ़ोतरी है. ग्लोबल मार्केट की तुलना में घरेलू बाजार का प्रदर्शन बेहतर है. फिर भी हर परिस्थिति पर रिजर्व बैंक अपनी नजर बनाए हुए है. यानी आगे अगर जरूरत पड़ी तो ब्याज दरों पर कोई अलग फैसला लिया जा सकता है. रेपो दर वह ब्याज दर है, जिसपर कमर्शियल बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं.
RBI का निर्णय अनुमान के मुताबिक
एयू स्माल फाइनेंस बैंक के फाउंडर, एमडी और सीईओ संजय अग्रवाल ने कहा कि मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) द्वारा नीति दरों को अपरिवर्तित रखने का निर्णय अनुमान के मुताबिक है और हम उसका स्वागत करते हैं. एमपीसी का ध्यान निश्चित ही लंबी अवधि में 4% की मुद्रास्फीति लक्ष्य पर केंद्रित है जिससे सस्टेनेबल ग्रोथ और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के प्रति आरबीआई की प्रतिबद्धता दिखती है. वैश्विक अस्थिरताओं के बावजूद, आरबीआई ने वित्त वर्ष 2024 के लिए जीडीपी का अनुमान 6.5% से बढ़कार 7% कर दिया है, जो घरेलू ग्रोथ के प्रति भरोसे को दर्शाता है. आरबीआई आगे भी डोमेस्टिक और ग्लोबल ग्रोथ पर नजर रखेगा और जरूरत के अनुसार आगे आने वाली पॉलिसी में निर्णय लिए जाएंगे.
6 बढ़ोतरी के बाद 5 बार से पॉज
मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच ब्याज दरों में लगातार 6 बार इजाफा किया गया था. 6 बार में ब्याज दरें 2.5 फीसदी बढ़ गईं. फरवरी 2023 के बाद से यह लगातार 5वीं पॉलिसी है, जब ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ. इसके पहले पिछले साल दिसंबर 2022 में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, अगस्त 2002 में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. इस तरह से मई 2022 के बाद से रेपो रेट में 2.50 फीसदी बढ़ोतरी हुई. मई 2022 के पहले रेपो रेट 4 फीसदी था, जो अब बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है.
- Dec 08, 2023 11:15 IST
CPI अनुमान 5.4% पर बरकरार
आरबीआई ने FY24 के लिए CPI अनुमान 5.4% पर बरकरार रखा है. वहीं Q3FY24 में CPI अनुमान 5.6% पर बरकरार रखा है. जबकि Q1FY25 के लिए CPI अनुमान 5.2% और Q3FY25 के लिए CPI अनुमान 4.7% है.
- Dec 08, 2023 11:14 IST
FY24 में GDP ग्रोथ अनुमान 7%
आरबीआई ने FY24 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% से बढ़ाकर 7% कर दिया है. Q3FY24 के लिए GDP अनुमान 6.4% है. वहीं Q3FY24 में GDP अनुमान 6% से बढ़ाकर 6.4% कर दिया है.
- Dec 08, 2023 10:25 IST
कैपेक्स बढ़ने की उम्मीद
आने वाले दिनों में प्राइवेट सेक्टर का पूंजीगत खर्च (कैपेक्स -capex) बढ़ने की उम्मीद है.
- Dec 08, 2023 10:25 IST
रूरल डिमांड में सुधार
रूरल डिमांड यानी ग्रामीण क्षेत्रों की मांग में धीरे-धीरे सुधार आया है. फेस्टिव डिमांड ने भी मौजूदा तिमाही के दौरान हाउसहोल्ड डिमांड को बढ़ाया है.
- Dec 08, 2023 10:24 IST
इनफ्लेशन बढ़ने की आशंका
सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण नवंबर, दिसंबर में हेडलाइन इनफ्लेशन बढ़ने की आशंका है.
- Dec 08, 2023 10:13 IST
सॉवरेन बॉन्ड यील्ड में नरमी
आरबीआई का कहना है कि सॉवरेन बॉन्ड यील्ड में नरमी आ रही है. स्टैंडिंग डिपॉजिट फेसिलिटी रेट 6.25% पर बरकरार रखा है.
- Dec 08, 2023 10:11 IST
MSF 6.75 फीसदी
आरबीआई ने मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी को 6.75 फीसदी पर बनाए हुए है. आरबीआई ने विद्ड्रॉल आफ अकोमोडेशन स्टांस को बरकरार रखा है.
- Dec 08, 2023 09:18 IST
रेपो रेट पर लग सकता है पॉज, लेकिन रुख एग्रेसिव
आरबीआई पॉलिसी पर इक्रा की प्रमुख अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में जीडीपी आंकड़ा मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के पिछले अनुमान से अधिक रहा है. हालांकि, फूड इनफ्लेशन से संबद्ध विभिन्न पहलुओं को लेकर चिंता बनी हुई है. उन्होंने कहा कि इन सबको देखते हुए हमारा अनुमान है कि एमपीसी दिसंबर, 2023 की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में नीतिगत दर को यथावत रख सकती है. हालांकि, मॉनेटरी पॉलिसी का रुख आक्रामक हो सकता है.
- Dec 08, 2023 09:17 IST
GDP अनुमान बढ़ा सकता है सेंट्रल बैंक
डॉयचे बैंक रिसर्च के अनुसार, आरबीआई 2023-24 के लिए ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट के पूर्वानुमान को 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर सकता है, जबकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई के पूर्वानुमान को 5.4 फीसदी पर अपरिवर्तित रखे जाने की संभावना है. डॉयचे बैंक रिसर्च ने कहा कि आरबीआई नकदी की स्थिति को सख्त बनाये रख सकता है. आरबीआई यह सुनिश्चित करेगा कि अल्पकालिक दर 6.85-6.90 फीसदी के आसपास बनी रहे. विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के साथ देश की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.6 फीसदी रही. एक साल पहले इसी तिमाही में यह 6.2 फीसदी थी. इसके साथ भारत दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज इकोनॉमिक ग्रोथ रेट हासिल करने वाला देश बना हुआ है.
- Dec 08, 2023 09:17 IST
रेट पॉज रहने से घर खरीदारों को फायदा
एसकेए ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि कुछ समय से आरबीआई लगातार नीतिगत दर को 6.5 फीसदी पर पॉज रखे हुए है. यह इकोनॉमिक आउटलुक को लेकर आरबीआई के भरोसे को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि महंगाई में नरमी को देखते हुए इस बार भी उम्मीद है कि आरबीआई रेपो दर को स्थिर रखेगा, इससे संभावित घर खरीदारों को लाभ होगा. अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल ने कहा कि अपनी पिछली घोषणाओं में आरबीआई ने रेपो दरों को यथावत रखा है, जो रियल एस्टेट कंपनियों और खरीदारों के लिए सकारात्मक रुख का संकेत देता है. हम इस बैठक के बाद भी केंद्रीय बैंक की ओर से रेपो रेट बरकरार रहने की उम्मीद कर रहे हैं. स्थिर ब्याज दरें घर खरीदारों को रियल एस्टेट की ओर आकर्षित करेंगी.
- Dec 08, 2023 09:16 IST
रियल एस्टेट के लिहाज से अच्छा कदम?
काउंटी ग्रुप के डायरेक्टर अमित मोदी ने कहा, रियल एस्टेट सेक्टर रेपो दर में यथास्थिति बनाए रखने की उम्मीद कर रहा है. हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति रेपो दर को अपरिवर्तित रखेगी. इससे रियल एस्टेट क्षेत्र को अपनी मौजूदा गति बनाए रखने में मदद मिलेगी. निश्चित रूप से डेवलपर्स, घर खरीदने वालों और वित्तीय संस्थानों सहित सभी संबद्ध पक्षों को लाभ होगा.
मिगसन ग्रुप के निदेशक यश मिगलानी ने कहा, रियल एस्टेट के लिहाज से वास्तव में यह अच्छा कदम होगा क्योंकि पहले से ही कच्चे माल की कीमतों में तेजी बनी हुई है. उन्हें पूरी उम्मीद है कि आरबीआई रेपो दर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करेगा. पिछले कुछ समय से स्थिर ब्याज दर की वजह से ही होम बॉयर्स रियल एस्टेट की ओर लगातार आकर्षित हो रहे हैं.
- Dec 08, 2023 09:16 IST
महंगाई दर घटकर 5 फीसदी से नीचे
बता दें कि मुख्य रूप से खाने पीने की चीजों के दाम कम होने से रिटेल महंगाई अक्टूबर में घटकर 4.87 फीसदी रही. एमपीसी ने अक्टूबर की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में रिटेल महंगाई 2023-24 में 5.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. सरकार ने आरबीआई को रिटेल महंगाई 2 फीसदी घट-बढ़ के साथ 4 फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी दी हुई है.
- Dec 08, 2023 09:15 IST
6 बढ़ोतरी के बाद 4 बार से पॉज
मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच ब्याज दरों में लगातार 6 बार इजाफा किया गया था. पिछले साल यानी 2022 में ब्याज दरों में 5 बार बढ़ोतरी की गई थी. पिछले साल दिसंबर 2022 में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, अगस्त 2002 में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून 2022 में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई 2022 में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. इस तरह से मई 2022 के बाद से फरवरी 2023 तक रेपो रेट में 2.50 फीसदी बढ़ोतरी हुई. फरवरी 2023 से लगातार 4 बार रेट पर पॉज लगा है.
- Dec 08, 2023 09:13 IST
अक्टूबर 2023 पॉलिसी में क्या हुआ था
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) ने अक्टूबर पॉलिसी में ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का एलान किया था. रेपो रेट पहले की तरह 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा गया. 6 में 5 सदस्य अकोमेडिटिव रूख बनाए रखने के पक्ष में थे. आरबीआई ने FY24 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% पर बरकरार रखा था. वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में GDP अनुमान 6.5%, तीसरी तिमाही के लिए 6%, चौथी तिमाही के लिए 5.7% पर बरकरार रखा. जबकि Q1FY25 के लिए GDP अनुमान 6.6% पर बरकरार रखा.