/financial-express-hindi/media/post_banners/P9eaKUozJgyG8EQNj7ka.jpeg)
Repo Rate Update: आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी से जुड़ी हर खबर का अपडेट
RBI Monetary Policy Decision Today: रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी मॉनेटरी पॉलिसी में बड़ी राहत दी है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं करने का एलान किया है. यानी रेपो रेट पहले की तरह 6.50 फीसदी पर बरकरार रहेगा. शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू और ग्लोबल स्तर पर महंगाई अभी चुनौती बनी हुई है. वित्त वर्ष 2024 के अंत तक इसके तय टारगेट 4 फीसदी के पार रहने का अनुमान है. हालांकि फाइनेंशियल स्टेबिलिटी अब आ रही है और डिमांड में बढ़ोतरी है. ग्लोबल मार्केट की तुलना में घरेलू बाजार का प्रदर्शन बेहतर है. फिर भी हर परिस्थिति पर रिजर्व बैंक अपनी नजर बनाए हुए है. बता दें कि इसके पहले लगातार अप्रैल में भी दरों में बदलाव नहीं हुआ था. हालांकि उसके पहले मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच 6 बार ब्याज दरों में इजाफा किया गया था. रेपो दर वह ब्याज दर है, जिसपर कमर्शियल बैंक अपनी फौरी जरूरतों को पूरा करने के लिये केंद्रीय बैंक से कर्ज लेते हैं.
मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच ब्याज दरों में लगातार 6 बार इजाफा किया गया था. इसके पहले अप्रैल पॉलिसी में दरों में बदलाव नहीं हुआ था. लेकिन 8 फरवरी 2023 को RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया था. वहीं पिछले साल यानी 2022 में ब्याज दरों में 5 बार बढ़ोतरी की गई थी. पिछले साल दिसंबर 2022 में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, अगस्त 2002 में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. इस तरह से मई 2022 के बाद से रेपो रेट में 2.75 फीसदी बढ़ोतरी हो चुकी है. मई 2022 के पहले रेपो रेट 4 फीसदी था, जो अब बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है.
- 12:40 (IST) 08 Jun 2023बैंकों जारी करेंगे 'रुपे प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड'
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को ‘रुपे प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड’ जारी करने की अनुमति देने का फैसला किया है. इस कदम से विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों के लिए भुगतान करने के विकल्प बढ़ेंगे. इस कार्ड का इस्तेमाल एटीएम, पीओएस मशीन और विदेश में ऑनलाइन व्यापारियों के लिए किया जा सकेगा. इसके अलावा बैंक विदेश में रुपे डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और प्रीपेड कार्ड जारी कर सकेंगे, जिसका इस्तेमाल भारत सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया जा सकता है.
- 10:41 (IST) 08 Jun 2023GDP ग्रोथ फोरकास्ट
GDP ग्रोथ फोरकास्ट: अप्रैल-जून 2023 के लिए 7.8% से बढ़ाकर 8.0%
GDP ग्रोथ फोरकास्ट जुलाई-सितंबर 2023 के लिए 6.2% से बढ़ाकर 6.5%
GDP ग्रोथ फोरकास्ट: अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए 6.1% से घटाकर 6.0%
GDP ग्रोथ फोरकास्ट: जनवरी-मार्च 2024 के लिए 5.9% से घटाकर 5.7%
- 10:38 (IST) 08 Jun 2023CPI इनफ्लेशन फोरकास्ट
CPI इनफ्लेशन फोरकास्ट: अप्रैल-जून 2023 के लिए 5.1% से घटाकर 4.6%
CPI इनफ्लेशन फोरकास्ट: जुलाई-सितंबर 2023 के लिए 5.4% से घटाकर 5.2%
CPI इनफ्लेशन फोरकास्ट: अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए 5.4% पर बरकरार
CPI इनफ्लेशन फोरकास्ट: जनवरी-मार्च 2024 के लिए 5.2% पर बरकरार
- 10:21 (IST) 08 Jun 2023फाइनेंशियल सेक्टर में स्टेबिलिटी
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर में स्टेबिलिटी आ रही है. ग्लोबल बाजारों की तुलना में घरेलू बाजार में स्थिरता दिख रही है. डिमांड वापस आ रही है, सर्विसेज की डिमांड भी बढ़ रही है. हालांकि सेंट्रल बैंक हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
- 10:21 (IST) 08 Jun 2023फाइनेंशियल सेक्टर में स्टेबिलिटी
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि फाइनेंशियल सेक्टर में स्टेबिलिटी आ रही है. ग्लोबल बाजारों की तुलना में घरेलू बाजार में स्थिरता दिख रही है. डिमांड वापस आ रही है, सर्विसेज की डिमांड भी बढ़ रही है. हालांकि सेंट्रल बैंक हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है.
- 10:19 (IST) 08 Jun 2023अकोमोडेशन रुख वापस
रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार है तो स्टैंडिंग डिपॉजिट फैसिलिटी रेट भी 6.25% पर बना हुआ है. जबकि मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट और बैंक रेट भी 6.75% पर अनचेंज्ड है. एमपीसी के 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेशन रुख वापस लेने के पक्ष में रहे.
- 10:16 (IST) 08 Jun 2023F24 में महंगाई का अनुमान
रिजर्व बैंक का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 में महंगाई दर 4 फीसदी के पार बने रहने का अनुमान है. उनका कहना है कि महंगाई में कमी आई है, लेकिन इसे लेकर अभी भी पूरी तरह से क्लेरिटी नहीं है. ऐसे में CPI इनफ्लेशन आरबीआई के टारगेट 4 फीसदी से ज्यादा रहने का नुमान है.
- 09:01 (IST) 08 Jun 2023मई 2022 से फरवरी 2023 तक 6 बार बढ़ा ब्याज
मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच दरों में लगातार 6 बार इजाफा किया गया था. 8 फरवरी 2023 को RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया था. वहीं पिछले साल ब्याज दरों में 5 बार बढ़ोतरी की गई थी. पिछले साल दिसंबर 2022 में रेपो रेट में 35 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, अगस्त 2002 में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था. 7 बार में रेपो रेट में 2.75 फीसदी बढ़ोतरी हो चुकी है. मई 2022 के पहले रेपो रेट 4 फीसदी था, जो अब बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है.
- 09:00 (IST) 08 Jun 2023अप्रैल 2023 पॉलिसी में स्थिर था रेपो रेट
आरबीआई की अप्रैल 2023 मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ था और यह 6.50 फीसदी पर कायम रहा. तब आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि देश की इकोनॉमी में जारी रिकवरी को बरकरार रखने के लिए यह फैसला लिया गया है लेकिन अगर जरूरत पड़ती है तो रेपो रेट में बदलाव संभव है.
- 08:58 (IST) 08 Jun 2023रेट हाइक पर क्या है अनुमान
अलग अलग एक्सपर्ट और एजेंसियों की रिपोर्ट देखें तो ज्यादातर यह मान रहे हैं कि इस बार भी पिछली बार की ही तरह दरों में बदलाव होने की उम्मीद कम है. हालांकि आने वाली तिमाहियों में रेट कट से भी इनकार नहीं किया जा सकता है. महंगाई में नरमी है और आगे और घटने का अनुमान है. पीएमआई, जीएसटी कलेक्शन जैसे दूसरे इंडीकेटर्स भी पॉजिटिव हैं.
- 08:54 (IST) 08 Jun 2023क्या होता है रेपो रेट?
दरअसर रेपो रेट वो दर है जो जिस दर पर आरबीआई देश के बैंकों को कर्ज देती है. इसके बाद बैंक इस रेट के आधार पर आगे अपने ग्राहकों को अलग अलग तरह के लोन जैसे होम लोन, आटो लोन, पर्सनल लोन देते हैं. इसी वजह से रेपो रेट में बदलाव होने की वजह से आप के लोन और ईएमआई पर सीधा असर पड़ता है.