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Repo Rate: रिजर्व बैंक ने इस साल मई से अबतक पांचवीं बार ब्याज दरों में इजाफा किया है.
RBI MPC Meet News Updates: रिजर्व बैंक ने इस साल मई से अबतक पांचवीं बार ब्याज दरों में इजाफा किया है. महंगाई के चलते देश की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है और रिकवरी में दिक्कत आ रही है. ऐसे में महंगाई को कंट्रोल करने के लिए रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्याज दरों में आज यानी 7 दिसंबर को फिर बढ़ोतरी कर दी है. RBI ने रेपो रेट में 35 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया, जिससे यह 5.40 फीसदी से बढ़कर 6.25 फीसदी हो गया है. इसके पहले 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट, अगस्त 2002 में 50 बेसिस प्वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा हुआ था.
Monetary Policy Committee meeting met on 5th,6th &7th Dec, based on an assessment of macroeconomic situation & its outlook, MPC decided by a majority of 5 members out of 6 to increase policy repo rate by 35 basis points to 6.25% with immediate effect: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/wX40cSfduV
— ANI (@ANI) December 7, 2022
अभी जारी रहेगी महंगाई
RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई अभी भी चिंता बनी हुई है. महंगाई के अभी भी तय लक्ष्य के ऊपर रहने के आसार हैं. महंगाई दर अगले 4 महीने 4 फीसदी से ऊपर रह सकती है. हालांकि रूरल डिमांड में सुधार दिखाई दे रहा है. आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के 6 में से 5 मेंबर रेपो रेट में बढ़ोतरी के पक्ष में थे. जबकि 4 मेंबर अकोमोडेटिव रुख वापस लेने के पक्ष में थे.
FY23: GDP ग्रोथ रेट 6.8% रहने का अनुमान
RBI का कहना है कि वित्त वर्ष 2023 में GDP ग्रोथ रेट 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है. पहले वित्त वर्ष के लिए ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी था. अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 4.4 फीसदी रह सकता है. जबकि जनवरी से मार्च तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 4.2 फीसदी रह सकता है. सेंट्रल बैंक के अनुसार सितंबर तिमाही के लिए GDP के आंकड़े अनुमान के मुताबिक रहे हैं.
FY23 के लिए रिटेल महंगाई दर
RBI ने FY23 में रिटेल महंगाई दर का अनुमान 6.7 फीसदी पर बरकरार रखा है. आरबीआई गवर्नर का कहना है कि महंगाई दर अभी ऊंची बनी हुई है. इसके 6 फीसदी से नीचे आने पर 4 फीसदी के लक्ष्य पर फोकस होगा. FY24 में रिटेल महंगाई दर 5.4 फीसदी रहने का अनुमान है. उनका कहना है कि ग्लोबल मंदी भी चिंता की बात है, ऐसा होता है तो भाररत पर भी असर होगा. कोई देश इससे पूरी तरह से सुरक्षित नहीं रह सकता.
भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्रोथ रेट के अनुमान में कमी के बावूजद भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच इसे उम्मीद की किरण के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि रिजर्व बैंक ने सितंबर में भी ग्रोथ रेट का अनुमान घटाया था.