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Retail Inflation Latest Data: अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 6.77% पर आई, लेकिन RBI के टारगेट से अब भी ज्यादा

सितंबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 7.41% थी, देश में रिटेल इंफ्लेशन लगातार 10 महीने से रिजर्व बैंक के अधिकतम 6% के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है.

सितंबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 7.41% थी, देश में रिटेल इंफ्लेशन लगातार 10 महीने से रिजर्व बैंक के अधिकतम 6% के लक्ष्य से ऊपर बना हुआ है.

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FE Hindi Desk
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CPI Inflation Data for October 2022

अक्टूबर में खाने-पीने की चीजों के इंफ्लेशन में नरमी के कारण खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है. (File Photo).

CPI Inflation Data for October 2022: महंगाई के मोर्चे पर नए सप्ताह की शुरुआत राहत देने वाली खबरों से हुई है. सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने देश में खुदरा महंगाई की दर में गिरावट दर्ज की गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2022 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित रिटेल इंफ्लेशन घटकर 6.77 फीसदी पर आ गया, जबकि सितंबर 2022 में यह 7.41 फीसदी की ऊंचाई पर था. हालांकि इसके मुकाबले अक्टूबर 2021 में खुदरा महंगाई दर 4.48 फीसदी ही थी. अक्टूबर में थोक महंगाई दर में गिरावट की खबर भी सोमवार को ही आई है. 

अक्टूबर के महीने में खुदरा महंगाई दर में आई गिरावट की बड़ी वजह खाने-पीने की चीजों के इंफ्लेशन में आई कमी है. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर के महीने में फूड बास्केट में शामिल चीजों की कीमतें 7.01 फीसदी की रफ्तार से बढ़ीं, जबकि सितंबर में उनकी महंगाई दर 8.6 फीसदी रही थी. 

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खुदरा महंगाई दर देखकर बनती है मॉनेटरी पॉलिसी

हालांकि अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर में गिरावट आने के बावजूद यह अब भी रिजर्व बैंक के अधिकतम 6 फीसदी के दायरे से ऊपर बनी हुई है और ऐसा लगातार 10वें महीने हुआ है. फिर भी सितंबर के मुकाबले में इसमें गिरावट आने को अच्छा संकेत माना जा सकता है. रिटेल इंफ्लेशन में गिरावट आना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) अपनी मॉनेटरी पॉलिसी बनाते समय इसी पर गौर करता है. केंद्र सरकार की तरफ से आरबीआई को खुदरा महंगाई दर को 2 से 6 फीसदी के बीच बनाए रखने का लक्ष्य दिया गया है. इस लक्ष्य को हासिल करने में लगातार तीन तिमाही तक नाकाम रहने के बाद रिजर्व बैंक ने हाल ही में सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें इस विफलता के कारण बताते हुए महंगाई दर को जल्द से जल्द काबू में लाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी दी गई है. 

WPI: महंगाई 19 महीने में सबसे कम, अक्टूबर में होलसेल इनफ्लेशन घटकर 8.39% पर , खाने-पीने की चीजें हुईं सस्ती

थोक महंगाई दर 19 महीने के निचले स्तर पर

अक्टूबर के होलसेल प्राइस इंडेक्स (WPI) के आंकड़े भी सोमवार को ही आए हैं, जिनके मुताबिक पिछले महीने थोक महंगाई दर घटकर 8.39 फीसदी पर आ गई है, जो 19 महीने का सबसे निचला स्तर है. थोक महंगाई दर में गिरावट का श्रेय फूड, फ्यूल और मैन्युफैक्चर्ड आइटम्स की कीमतों में नरमी को दिया गया है.

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