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GDP Growth in FY23: एसबीआई रिसर्च ने बढ़ाया जीडीपी ग्रोथ का अनुमान, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और महंगाई में कमी के भी आसार

GDP Growth Estimate: एसबीआई की रिसर्च टीम ने भारतीय जीडीपी के ग्रोथ के अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है.

GDP Growth Estimate: एसबीआई की रिसर्च टीम ने भारतीय जीडीपी के ग्रोथ के अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है.

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एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारतीय जीडीपी चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 7.5 फीसदी से बढ़ सकती है.

GDP Growth Estimate: एसबीआई की रिसर्च टीम ने भारतीय जीडीपी के ग्रोथ के अनुमान में 20 बेसिस प्वाइंट्स (0.20 फीसदी) की बढ़ोतरी की है. क्रेडिट ग्रोथ में तेजी और बेहतर स्टैटिस्टिकल बेस के दम पर एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारतीय जीडीपी चालू वित्त वर्ष 2022-23 में 7.5 फीसदी से बढ़ सकती है. ग्रोथ के आंकड़े पॉजिटिव दिख रहे हैं लेकिन इसके बावजूद एसबीआई की इस रिपोर्ट में कच्चे तेल की महंगाई जैसे ग्लोबल फैक्टर से जुड़ी अनिश्चितता भी व्यक्त की गई है.

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सरकारी नीतियों से महंगाई दर में गिरावट के आसार

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इस रिपोर्ट के मुताबिक इस वित्त वर्ष के शुरुआती कुछ वर्षों में महंगाई दर बढ़ सकती है लेकिन पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार की नीतियों की वजह से यह 6.5-6.7 फीसदी के बीच रह सकती है. सरकार ने हाल ही में तेल की कीमतें घटाने के लिए एक्साइज रेट में कटौती की थी जिसका असर इंफ्लेशन पर दिख सकता है.

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अगली एमपीसी में बढ़ सकती है ब्याज दरें

एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति की अगली समीक्षा बैठक में ब्याज दरों को 50 बेसिस प्वाइंट्स (0.50 फीसदी) बढ़ाने का फैसला कर सकता है. इसके अलावा सीआरआर (कैश रिजर्व रेशियो) में भी 25 बेसिस प्वाइंट्स (0.25 फीसदी) की बढ़ोतरी हो सकती है. इससे सिस्टम से 1.74 लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी को सोखने में मदद मिलेगी. एसबीआई रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई सीआरआर बढ़ाकर सोखे गए 1.74 लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी का तीन-चौथाई हिस्सा बाजार में वापस डाल सकता है ताकि सप्लाई से जुड़ी दिक्कतें न हो.

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