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WPI Inflation: WPI का आंकड़ा अप्रैल 2021 के बाद से लगातार 16वें महीने दो अंकों में बना हुआ है. (Image- IE)
WPI Inflation Data July 2022 : जुलाई 2022 में थोक भाव पर आधारित महंगाई दर (Wholesale Price Index) में जून 2022 के मुकाबले कुछ गिरावट देखने को मिली है. जुलाई में थोक महंगाई दर (WPI) 13.93 फीसदी रही, जबकि जून 2022 में यह आंकड़ा 15.18 फीसदी और मई 2022 में रिकॉर्ड 16.63 फीसदी के लेवल पर था. जुलाई में थोक महंगाई दर जून के मुकाबले भले ही कम हो, लेकिन पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले यह अब भी अधिक है. पिछले साल जुलाई में थोक महंगाई दर 11.57 फीसदी थी. दरअसल देश में WPI का आंकड़ा अप्रैल 2021 के बाद से लगातार 16वें महीने दो अंकों में बना हुआ है.
सब्जियों के इंफ्लेशन में सबसे अधिक राहत
- खाने की चीजों की महंगाई दर पिछले महीने जून में 14.39 फीसदी से फिसलकर 10.77 फीसदी पर आ गई.
- पिछले महीने सब्जियों के भाव में बढ़ोतरी की दर में सबसे अधिक कमी आई है. आंकड़ों के मुताबिक सब्जियों का इंफ्लेशन जून में 56.75 फीसदी था, जो पिछले महीने घटकर 18.25 फीसदी पर आ गया.
- तेल और पावर बॉस्केट का इंफ्लेशन जुलाई में बढ़कर 43.75 फीसदी पर पहुंच गया जो जून में 40.38 फीसदी पर था.
- मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स का इंफ्लेशन 8.16 फीसदी और तिलहन का (-)4.06 फीसदी रहा.
Retail Inflation: पिछले महीने खुदरा महंगाई में नरमी, लेकिन RBI के तय दायरे से अभी भी ऊपर
मौद्रिक नीतियों के निर्धारण में Retail Inflation पर गौर करता है RBI
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) मौद्रिक नीतियों के निर्धारण में रिटेल इंफ्लेशन (Consumer Price Index - CPI) पर गौर करता है. कुछ दिन पहले जारी जुलाई 2022 के आंकड़ों में CPI लगातार सातवें महीने आरबीआई के 6 फीसदी के कंफर्ट लेवल से ऊपर बना हुआ था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में खुदरा भाव पर आधारित महंगाई दर (CPI) 6.71 फीसदी पर थी. महंगाई को थामने के लिए आरबीआई ने इस साल रेपो रेट को लगातार तीन बार में 1.40 फीसदी बढ़ाकर 5.40 फीसदी कर दिया है. आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष (2022-23) के दौरान खुदरा महंगाई दर के 6.7 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है.
(Input: PTI)