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Image: Reuters
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Ways to invest in Gold: कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है. इसका असर यह हुआ है कि अधिकांश असेट क्लास से रिटर्न कम हो गया है. लिहाजा बाजार के परिदृश्य से चिंतित निवेशक सोने की ओर रुख कर रहे हैं, जो हमेशा संकट के समय में स्थिर मूल्य के भंडार के रूप में उभरता है, जबकि अन्य विकल्पों से रिटर्न अस्थिर होता है.
सोने के बाजार ने कई बार कीमतों में गिरावट देखी है, लेकिन यह हमेशा मजबूती के साथ वापसी करता है. यहां तक कि कई बार तो इसने आउटपरफॉर्मिंग बॉन्ड और शेयरों को भी पीछे छोड़ा है. गोल्ड में निवेश की एक खास बात यह भी है कि कुछ गोल्ड असेट्स को आसानी से नकदी में बदला जा सकता है. अगर आप भी सोने में निवेश करना चाहते हैं तो ऐसा 5 तरीकों से किया जा सकता है...
भौतिक सोने में निवेश (फिजिकल गोल्ड)
सोने के सिक्के, बार और गहने के रूप में भौतिक रूप से सोना खरीद सकते हैं. भारतीयों को सोने के गहने खासे पसंद हैं लेकिन खरीदारी से पहले जिन चीजों पर ध्यान देना चाहिए, वे हैं सुरक्षा, बीमा लागत और पुराने डिजाइन. साथ ही मेकिंग चार्जेस का भी ध्यान रखना चाहिए, जो भारत में सोने की लागत के 6% से 25% तक है. अगर आप सोने के सिक्के यानी गोल्ड क्वॉइन खरीदना चाहते हैं तो इन्हें ज्वैलर्स, ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, गैर-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों और सरकार से खरीदा जा सकता है. भारत सरकार ने स्वदेशी मिंटेड क्वॉइन लॉन्च किए हैं, जिनमें एक तरफ अशोक चक्र और दूसरी तरफ महात्मा गांधी की छवि को उकेरा गया है.
गोल्ड ETF में निवेश
अगर पेपर गोल्ड में निवेश करने की इच्छा है तो सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स) खरीदना है. चूंकि ईटीएफ में निवेश करने में उच्च प्रारंभिक खरीद, बीमा और यहां तक कि बिक्री की लागत शामिल नहीं होती, इसलिए यह बहुत अधिक कॉस्ट-इफेक्टिव है. ईटीएफ में निवेश करने के लिए लोगों को ऑनलाइन स्टॉकब्रोकर और डीमैट खाते से ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है. एक बार अकाउंट बनने के बाद केवल गोल्ड ईटीएफ चुनने और ब्रोकर के ट्रेडिंग पोर्टल से ऑर्डर देने की बात है, उसके बाद निवेश शुरू.
GAP (गोल्ड एक्यूमुलेशन प्लान) में निवेश
स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोल्ड रश प्लान के तहत मोबाइल वॉलेट्स जैसे गूगल पे, पेटीएम, फोनपे के जरिए भी सोना ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. ‘डिजिटल गोल्ड’ खरीदने के ये विकल्प या तो एमएमटीसी-पीएएमपी या सेफगोल्ड या दोनों के सहयोग से दिए जाते हैं. डिजिटल गोल्ड को भौतिक सोने के रूप में भुनाया जा सकता है या विक्रेता को फिर से बेचा जा सकता है.
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SGB में निवेश
यह पेपर गोल्ड में निवेश का दूसरा तरीका है. सरकार SGB (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स) जारी करती है, जो हर कुछ महीनों पर एक निश्चित अवधि के दौरान खरीदने के लिए उपलब्ध होते हैं. SGB, रिडम्पशन पर टैक्स-फ्री हैं. चूंकि SGB का मैच्योरिटी पीरियड होता है, इसलिए इन्हें लॉन्ग टर्म के लिए निवेश के लिहाज से अच्छा माना जाता है. भारत सरकार ने 5 नवंबर 2015 को गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम शुरू की ताकि जनता को बैंक लॉकर्स में बेकार पड़े सोने पर ब्याज के तौर पर कमाई करने का रास्ता मिल सके.
फ्यूचर गोल्ड में निवेश
फ्यूचर गोल्ड में वास्तव में सोने की कीमत पर अनुमान लगाया जाता है और मूल्य अस्थिरता से लाभ कमाया जाता है. अगर सोना अपेक्षित दिशा में आगे बढ़ता है तो फ्यूचर्स मार्केट में कोई बहुत जल्दी पैसा कमा सकता है. लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो व्यक्ति बहुत कम समय में पैसा गंवा भी सकता है.