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भारतीय प्राइमरी मार्केट में जारी आईपीओ की बारिश में लगातार नए रिकार्ड बन रहे हैं. लेकिन यह कहना मुश्किल है कि निवेशक किस आईपीओ को हाथोंहाथ लेंगे और किसे उनके ठंडे रेस्पॉन्स का सामना करना पड़ेगा. जोमैटो को निवेशकों ने जबरदस्त रेस्पॉन्स दिया लेकिन देश के अब तक के सबसे बड़े आईपीओ Paytm के प्रति कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई. अब जिस तरह से Latent View Analytics के आईपीओ को रिकार्ड तोड़ सब्सक्रिप्शन मिला है, उसकी शायद ही किसी ने कल्पना की थी. वह भी तब जब इससे पहले आए दिग्गज डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम के आईपीओ के प्रति निवेशक अपना ठंडा रुख जाहिर कर चुके थे.
सब्सक्रिप्शन के मामले में पारस डिफेंस के आईपीओ को पीछे छोड़ा
Latent View Analytics के आईपीओ को शुक्रवार को मार्केट बंद होने तक 338 गुना सब्सक्रिप्शन मिल चुका था. इससे पहले इस साल सितंबर में पारस डिफेंस के आईपीओ को 304 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. Latent View Analytics के आईपीओ के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी का अंदाजा इसी बात से मिलता है कि ग्रे मार्केट में इसके शेयर 150 फीसदी प्रीमियम पर बिक रहे थे. इस आईपीओ का प्राइस बैंड 190 से 197 रुपये तय किया गया था लेकिन यह ग्रे मार्केट में 290 रुपये पर बिक रहा था. जबरदस्त मिले रेस्पॉन्स से Latent View Analytics देश में अब तक का सबसे ज्यादा सब्सक्राइब होने वाला आईपीओ बन गया है.
निवेशकों की सभी कैटेगरी में जबरदस्त रेस्पॉन्स
Latent View Analytics के आईपीओ को निवेशकों की सभी कैटेगरी में जबरदस्त समर्थन मिलता दिखा. इंस्टीट्यूशनल निवेशकों के लिए आरक्षित आईपीओ का हिस्सा 150 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि एनआईआई के लिए रिजर्व्ड हिस्से को 882 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. रिटेल निवेशकों में भी इस आईपीओ का क्रेज दिखा. रिटेल निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 124 गुना सब्सक्राइब हुआ. Latent View ने पिछले दो साल में अच्छी कमाई की है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2019 से 2021 के बीच रेवेन्यू में तीन फीसदी का वार्षिक ग्रोथ हासिल किया है लेकिन इसका नेट प्रॉफिट 24 फीसदी की दर से बढ़ा है. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक यह डेटा एंड एनालिटिक्स कारोबार में सक्रिय है.कंपनी का दावा है कि फॉर्च्यून 500 लिस्ट में शामिल कई कंपनियां इसकी सर्विस लेती हैं.