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दिग्गज निवेशक Rakesh Jhunjhunwala के पोर्टफोलियो में शामिल एक स्टॉक Jubilant Pharmova से निवेशकों को 26 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज और रिसर्च फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट के मुताबिक कंपनी को कोविड-ट्रीटमेंट और वैक्सीन को लेकर एक कांट्रैक्ट मैन्यूफैक्चरिंग डील्स किया है जिससे उसके मुनाफे में बढ़ोतरी होगी और इसके शेयर भाव में बढ़ोतरी हो सकती है. इससे पहले पिछली तिमाही में सालाना आधार पर सीडीएमओ (कांट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्यूफैक्चरिंग ऑर्गेनाइजेशन) सेग्मेंट में कंपनी का रेवेन्यू 48 फीसदी बढ़कर 574 करोड़ रुपये हो गया है. हालांकि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का ओवरऑल रेवेन्यू ग्रोथ लगभग फ्लैट रहा.
सीडीएमओ सेग्मेंट में ग्रोथ के अनुमान और कोविड ट्रीटमेंट व वैक्सीन को लेकर हुए सौदे के चलते डोमेस्टिक ब्रोकरेज व रिसर्च फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने जुबिलेंट फार्मोवा का टारगेट प्राइस बढ़ाया है. आज सोमवार 7 जून को यह करीब 6 फीसदी की गिरावट के साथ 788.50 रुपये पर ट्रेड हो रहा है.
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अगले तीन साल के लिए कंपनी को 3600 करोड़ का ऑर्डर
जुबिलेंट फार्मोवा को रेडियोफार्मा सेग्मेंट में सालाना आधार पर रेवेन्यू 23.5 फीसदी कम हुआ था. कंपनी के मैनेजमेंट के मुताबिक कोरोना महामारी के चलते डायग्नोस्टिक टेस्टिंग में कमी आई जिसके चलते रेवेन्यू में गिरावट आई. हालांकि कंपनी का एलर्जी बिजनस कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंच चुका है. कंपनी का नेट प्रॉफिट 13.7 फीसदी कम होकर 183 करोड़ रुपये रह गया. पिछली तिमाही में कंपनी का प्रदर्शन रेडियोफार्मा सेग्मेंट में गिरावट के चलते प्रभावित हुआ लेकिन मैनेजमेंट को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष 2021-22 में एक नए लांचिंग के चलते इसमें रिकवरी होगी. जुबिलेंट फार्मोवा का कहना है कि सीडीएमओ सेग्मेंट में कंपनी को अगले तीन साल तक के लिए 3600 करोड़ रुपये तक के ऑर्डर मिले हैं.
1 हजार रुपये का टारगेट प्राइस
आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने जुबिलेंट फार्मोवा के लिए 1 हजार रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है जोकि इसके वर्तमान शेयर प्राइस से करीब 26 फीसदी अधिक है. जुबिलेंट फार्मोवा में जुबिलेंट फार्मा, बॉयोसिस और जुबिलेंट लाईफ साइंसेज का थेरेप्यूटिक्स बिजनेस शामिल है. इस साल फरवरी 2021 में कंपनी जुबिलेंट इंग्रेविया और जुबिलेंट फार्मोवा में डीमर्ज हुई थी. बिग बुल राकेश झुनझुनवाला का इस कंपनी में 6.3 फीसदी हिस्सेदारी है और उनकी कंपनी में हिस्सेदारी करीब 793 करोड़ रुपये की है.
(स्टोरी में स्टॉक रिकमंडेशंस रिसर्च एनालिस्ट्स और ब्रोकरेज फर्म द्वारा दी गई जानकारियों पर आधारित है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन किसी भी निवेश सलाह को लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है. निवेश के पहले अपने सलाहकार से जरूर संपर्क कर लें.)
(आर्टिकल- क्षितिज भार्गव)