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एनालिस्ट्स का मानना है कि फीनिक्स मिल्स में निवेशकों के पास करीब 40 फीसदी का मुनाफा कमाने का गोल्डेन चांस है.
Stock Tips: केंद्र सरकार ने हाल ही में टेलीकॉम सेक्टर के लिए चार प्रमुख सौगातों की घोषणा की है. इसके चलते टेलीकॉम कंपनियों के शेयर निवेश के लिए निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं. दिग्गज टेलीकॉम कंपनी एयरटेल के लिए एनालिस्ट्स ने टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना महामारी के चलते बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. एनालिस्ट्स का मानना है कि फीनिक्स मिल्स में निवेशकों के पास करीब 40 फीसदी का मुनाफा कमाने का गोल्डेन चांस है. वहीं जी एंटरटेनमेंट की बात करें तो इसमें हाल ही में बोर्ड सदस्यों को लेकर काफी उठा-पटक रही है और एक्सपर्ट्स का मानना है कि बोर्ड का काम सामान्य होने पर यह मजबूत हो सकता है और निवेशक इसमें बंपर मुनाफा कमा सकते हैं.
Bharti Airtel- Buy
- केंद्र सरकार ने टेलीकॉम सेक्टर को लेकर तीन अहम रिफॉर्म किए हैं जिससे इस सेक्टर को से बड़ी राहत मिली है. एजीआर (एडजस्टेड ग्रोथ रेवेन्यू) व स्पेक्ट्रम भुगतान के लिए चार साल के मोरेटोरियम को मंजूरी दी है जिससे इन टेलीकॉम कंपनियों को नियर टर्म में लिक्विडिटी सुनिश्चित हुई है. केंद्र सरकार ने स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज को खत्म कर दिया है और ऑक्शन कैलेंडर को फिक्स व स्पेक्ट्रम सरेंडर करने को मंजूरी दे दी है जिससे इस सेक्टर में निवेश आसान व आकर्षक हुआ है. केंद्र सरकार ने तीसरा अहम फैसला एजीआर गणना में से नॉन-टेलीकॉम रेवेन्यू को हटाने के रूप में लिया है. इसके अलावा केवाईसी की जरूरतों में ढील दी गई है जिससे मार्जिन सपोर्ट मिलेगा.
- केंद्र सरकार के रिफॉर्म से वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत मिली है जिसके चलते टेलीकॉम मार्केट में सिर्फ दो कंपनियों के दबदबे की संभावना थमी है. हालांकि अभी भी वोडाफोन आइडिया की स्थिति बहुत बेहतर नहीं कही जा सकती है. अगर वोडा आइडिया के स्पेक्ट्रम व एजीआर बकाए को छोड़ दें तो भी इसकी 22500 करोड़ रुपये की वित्तीय देनदारी के ब्याज को चुकता करने के लिए इसे 560 करोड़ रुपये की तिमाही ईबीआईटीडीए चाहिए. चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2021 में इसका ईबीआईटीडीए 1280 करोड़ रुपये का था जिसमें 13 फीसदी की गिरावट होने पर यह 560 करोड़ रुपये के थ्रेसहोल्ड से नीचे लुढ़क जाएगा. कंपनी के रेवेन्यू में एयरटेल के नेटवर्क में अपने सालाना कैशफ्लो को निवेश करने के चलते गिरावट आ सकती है. इससे एयरटेल के मार्केट शेयर में बढ़ोतरी होगी.
- एयरटेल में निवेश को लेकर सबसे बड़ा रिस्क टैरिफ बढ़ोतरी का टलना है. वोडा-आइडिया के फिर से मजबूत होने के चलते टैरिफ हाइक टल सकती है. हालांकि इस स्थिति में भी एयरटेल सबसे अधिक ग्राहकों को आकर्षित कर सकता है जिसके इसका मार्केट शेयर बढ़ेगा.
- ब्रोकरेज फर्म जेफरीड के एनालिस्टों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-24 के बीच एयरटेल का मार्केट शेयर 340 बीपीएस बढ़कर 39 फीसदी तक पहुंच सकता है.
- जेफरीज ने एयरटेल को खरीदने की रेटिंग दी है. निवेशक 850 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसमें निवेश कर सकते हैं.
Zee Entertainment– Buy
- जी एंटरटेनमेंट लिमिटेड (ZEEL) के बड़े इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर्स ने बोर्ड को फिर से गठन करने की मांग की है. इसमें प्रमोटर्स की हिस्सेदारी महज 3.99 फीसदी है. जल्द ही इसके नए बोर्ड का गठन हो सकता है. बोर्ड से जुड़े सभी कार्यवाही पूरी होने के बाद इसके शेयरों में मजबूती के आसार दिख रहे हैं.
- एडेलवेइस के एनालिस्टों के मुताबिक निवेशकों को ईजीएम (एक्स्ट्राऑर्डिनरी जनरल मीटिंग) पर नजर रखनी होगी. इसमें निवेशकों की नजरें गोयनका पर रहेगी कि क्या वह कंपनी के सीईओ बने रहेंगे या नहीं.
- नियर टर्म की बात करें तो इसके भाव में वोलैटिलिटी रह सकती है. हालांकि लंबे समय में कॉरपोरेट गवर्नेंस स्टैंडर्ड सुधरने के चलते इसमें तेजी के आसार दिख रहे हैं.
- एनालिस्टों के मुताबिक त्योहारी सत्र में एफएमसीजी कंपनियां मार्केटिंग में तेजी लाएंगी जिससे विज्ञापनों पर खर्च बढ़ेगा. इसके अलावा आवागमन के सामान्य होने से भी विज्ञापनों पर खर्च बढ़ेगा.
- एडेलवेइस के एनालिस्टों ने इस स्टॉक को खरीदने की रेटिंग दी है और टारगेट प्राइस 343 रुपये का रखा है.
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Phoenix Mills – Buy
- एनालिस्टों के मुताबिक इसके शेयरों में निवेश पर सबसे बड़ा रिस्क कोरोना महामारी है जिससे मॉल कंज्मप्शन प्रभावित हो सकता है और किराए से होने वाली आय में गिरावट आ सकती है
- पिछवे वित्त वर्ष 2021 और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कोरोना महामारी के चलते मॉलों की बंदी से फीनिक्स मिल्स का कारोबार प्रभावित रहा. वित्त वर्ष 2021 में मॉल कंजम्प्शन 3330 करोड़ रुपए का रहा जो वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले 69 फीसदी रहा जबकि किराए से होने वाली 560 करोड़ रुपये की आय वित्त वर्ष 2020 के मुकाबले 55 फीसदी रही.
- फीनिक्स ने अगस्त 2020 से जून 2021 के बीच एसपीवी (स्पेशन पर्पज वेहिकल) स्तर पर हिस्सेदारी की बिक्री व क्यूआईपी (क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट) रूट के जरिए 2600 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसके अलावा 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त फंडिंग पूल है.
- ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के एनालिस्टों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2022 की पहली छमाही में किराए में छूट के चलते चालू वित्त वर्ष में फीनिक्स मिल्स के एलटीएल (लॉस टू लीज) रेंटल इनकम में 30 फीसदी की गिरावट हो सकती है. एलटीएल रेंटल मार्केट भाव और वास्तव में मिले किराए का अंतर है.
- हालांकि वित्त वर्ष 2023 में स्थिति बेहतर होगी क्योंकि देश में 'ए' ग्रेड के मॉल्स के लिए ग्रोथ की मजबूत संभावना बनी हुई है.
- अगर कोरोना की तीसरी लहर नहीं आती हो तो वित्त वर्ष 2022 की दूसरी छमाई अक्टूबर-मार्च 2021 में रिटेल रेंटल्स कोरोना से पहले के स्तर पर पहुंच सकता है. वित्त वर्ष 2020-वित्त वर्ष 2025 तक रेंटल इनकम 14 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ सकता है यानी कि वित्त वर्ष 2025 में किराए से आय 1950 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है जबकि वित्त वर्ष 2020 में रेंटल इनकम 1000 करोड़ रुपये थी.
- ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस स्टॉक को खरीदने की रेटिंग बरकरार रखी है. निवेशक 1231 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस पर इसके शेयरों की खरीदारी कर सकते हैं.