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टार्सन्स प्रोडक्ट्स आईपीओ के वैल्यूएशन को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स की मिली-जुली राय है लेकिन उनका मानना है कि कंपनी की कारोबारी स्थिति को देखते हुए इसमें पैसे लगा सकते हैं.
Tarsons Products IPO: दिग्गज लाइफ साइंस कंपनी टार्सन्स प्रोडक्ट्स का आईपीओ आज 15 नवंबर को खुल गया है. 1024 करोड़ रुपये के इस आईपीओ में 635-662 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड में 17 नवंबर कर पैसे लगा सकते हैं. इस आईपीओ के तहत 150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे और ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के तहत वर्तमान प्रमोटर्स और निवेशक 1.32 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेंगे. कंपनी के कर्मचारियों के लिए 60 हजार इक्विटी शेयरों को आरक्षित किया गया है.
प्राइमरी मार्केट की बात करें तो ग्रे मार्केट में इसके शेयर करीब प्राइस बैंड के अपर प्राइस से करीब 200 रुपये प्रीमियम भाव पर पहुंच गए हैं. इस आईपीओ के वैल्यूएशन को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स की मिली-जुली राय है लेकिन उनका मानना है कि कंपनी की कारोबारी स्थिति को देखते हुए इसमें पैसे लगा सकते हैं.
आईपीओ को लेकर मार्केट एक्सपर्ट्स की ये है राय
- प्री-आईपीओ और अनलिस्टेड शेयर्स में डीलिंग करने वाली वेबसाइट अनलिस्टेडडॉटकॉम के फाउंडर अभय दोशी के मुताबिक ग्रे मार्केट में इसके भाव में तेजी दिख रही है. दोशी के मुताबिक यह आईपीओ महंगा है लेकिन कंपनी जिस तरह के प्रोडक्ट्स तैयार करती है, उसकी मांग मजबूत दिख रही है. इसके अलावा अमेरिका में समान प्रोडक्ट्स के महंगे होने और चीन में प्रदूषण संबंधी नियमों के सख्त होने का टॉर्सन्स प्रोडक्ट्स को फायदा पहुंचेगा. ऐसे में दोशी का मानना है कि कंपनी की बेहतर ग्रोथ संभावना को देखते हुए बेहतर सब्सक्रिप्शन मिल सकते हैं.
- रिलायंस सिक्योरिटीज के मुताबिक यह आईपीओ वित्त वर्ष 2021 की आय के मुकाबले 51 गुना और वित्त वर्ष 2022 के अनुमानित आय के मुकाबले 35.5 गुने पर है जो तर्कसंगत दिख रहा है. ब्रोकरेज फर्म के एनालिस्ट्स के मुताबिक चूंकि इसका कोई लिस्टेड पियर्स नहीं है तो इसके वैल्यूएशन की तुलना करना कठिन है. हालांकि रिलांयस सिक्योरिटीज के मुताबिक कोरोना के बाद स्वास्थ्य को लेकर बढ़ती जागरुकता, वित्त वर्ष 2020-2025 के बीच वैश्विक स्तर पर लैब प्रोडक्ट्स का मार्केट 10.5 फीसदी की सीएजीआर (कंपाउंडर एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ने के अनुमान, प्लास्टिक लैबवेयर की बड़ी हिस्सेदारी और विस्तार कार्यक्रम के चलते आने वाले समय में इस कंपनी की ग्रोथ अच्छी दिख रही है. ऐसे में ब्रोकरेज फर्म ने इसे सब्सक्राइब की रेटिंग दी है.
Tarsons Products IPO से जु़ड़ी डिटेल्स
- दिग्गज लाइफ साइंस कंपनी टार्सन्स प्रोडक्ट्स के 1024 करोड़ रुपये के आईपीओ के तहत 150 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी होंगे.
- इश्यू के तहत 1.32 करोड़ इक्विटी शेयरों की ओएफएस के तहत बिक्री होगी. कंपनी के प्रमोटर्स संजीव सहगल 3.9 लाख इक्विटी शेयर और रोहन सहगल 3.1 लाख शेयरों की बिक्री करेंगे जबकि निवेशक क्लियर विजन इंवेस्टमेंट होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड 1.25 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी.
- इश्यू के लिए 635-662 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है. कंपनी के कर्मियों को 61 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा. प्रति शेयर की फेस वैल्यू दो रुपये है.
- कंपनी ने इस इश्यू के लिए 22 शेयरों का लॉट साइज तय किया है यानी कि प्राइस बैंड के अपर प्राइस के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14564 रुपये का निवेश करना होगा.
- इश्यू का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स (क्यूआईबी), 15 फीसदी हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स और 35 फीसदी हिस्सा खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है. पब्लिक इश्यू के तहत 60 हजार इक्विटी शेयरों को कंपनी के कर्मचारियों के लिए आरक्षित किया गया है.
- नए शेयरों के इश्यू के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने और पश्चिम बंगाल के पांचला में नई मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी के कैपिटल एक्सपेंडिचर की फंडिंग में किया जाएगा. इसके अलावा इसका इस्तेमाल आम कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा.
- इश्यू के लिए आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एडेलवेइस फाइनेंशियल सर्विसेज और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स को मर्चेंट बैंकर्स नियुक्त किया गया है. के फिनटेक प्राइवेट इश्यू का रजिस्ट्रार है.
कंपनी के बारे में डिटेल्स
- टार्सन्स प्रोडक्ट्स लैब में इस्तेमाल होने वाले सामानों को डिजाइन कर उन्हें डेवलप करती है और फिर उसे बनाकर बिक्री करती है. यह कंपनी जो प्रोडक्ट्स तैयार करती है, उनका इस्तेमाल शोध संस्थानों, एकेडमिक इंस्टीट्यूट्स, फार्मा कंपनियों, डायग्नोस्टिक कंपनियों और अस्पतालों में होता है. इसके प्रोडक्ट्स के जरिए वैज्ञानिक खोजों को बढ़ाने और स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलती है.
- अभी यह कंपनी पश्चिम बंगाल में स्थित पांच मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटीज के जरिए अपना कारोबार कर रही है.
- वित्त वर्ष 2021 के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के देश भर में 141 अधिकृत वितरक हैं. इसके अलावा यह 40 से अधिक देशों में अपने प्रोडक्ट्स की बिक्री करती है.
- कंपनी के वित्तीय स्थिति की बात करें तो इसके शुद्ध मुनाफे (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) में पिछले तीन वित्त वर्षों में बढ़ोतरी हुई है. वित्त वर्ष 2019 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा (स्टैंडएलोन) 38.96 करोड़ रुपये का था जो अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 40.53 करोड़ रुपये हो गया. वित्त वर्ष 2021 में कंपनी को 68.87 करोड़ रुपये का कंसालिडेटेड शुद्ध मुनाफा हुआ था.
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)