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सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFER) का अनुमान है कि आज एयर क्वालिटी की स्थिति में सुधार होने की संभावना नहीं दिख रही है और यह गंभीर जोन में रहेगा. (Image- ANI)
Delhi AQI: दीवाली की देर शाम और अगले दिन शुक्रवार की सुबह आज (5 नवंबर) को राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास की आवोहवा में जहरीले स्मॉग का असर रहा. राज्य सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद लोगों ने दीवाली पर जमकर पटाखे फोड़े जिसके चलते दिल्ली और आस-पास के इलाकों में एयर क्वालिटी खराब हुई. दीवाली को शाम 4 बजे दिल्ली का शहर का एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 382 था जो रात 8 बजे तक गंभीर जोन में पहुंच गया. रात में कम तापमान और हवा की धीमी चाल के चलते यह समस्या बढ़ी. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली के आसपास इलाकों में जैसे कि फरीदाबाद (एक्यूआई-424), गाजियाबाद (एक्यूआई-442), गुरुग्राम (एक्यूआई-423) और नोएडा (एक्यूआई-431) में भी रात 9 बजे के बाद पटाखों के चलते एयर क्वालिटी गंभीर हुई.
पिछले महीने 27 अक्टूबर को दिल्ली सरकार ने पटाखों को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए 'पटाखे नहीं,दिये जलाओ' कैपेंन शुरू किया था. इस कैंपेन के तहत पटाखे जलाने वाले लोगों के खिलाफ आईपीसी के प्रावधानों और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत कार्रवाई का भी प्रावधान भी किया गया. सरकार के मुताबिक इस कैंपेन के तहत 13 हजार किग्रा से अधिक अवैध पटाखे जब्त किए गए जबकि 33 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
आज दिन भर गंभीर रह सकती है स्थिति
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFER) का अनुमान है कि आज एयर क्वालिटी की स्थिति में सुधार होने की संभावना नहीं दिख रही है और यह गंभीर जोन में रहेगा. राजधानी दिल्ली के सभी स्टेशनों की निगरानी कर रहे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में एक्यूआई 450 के ऊपर है. 301-400 की एक्यूआई को बहुत खराब माना जाता है जबकि 401-500 के बीच एक्यूआई को गंभीर माना जाता है.
पराली जलाने के चलते स्थिति अधिक गंभीर
पराली जलाने के चलते दिल्ली में पहले से ही स्थिति गंभीर हो गई थी. गुरुवार यानी दीवाली की सुबह ही दिल्ली की एयर क्वालिटी बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई थी और इस विंटर मे पहली फॉगी मार्निंग गुरुवार को ही रही. सेफर सिस्टम ने पहले ही कहा था कि अगर पटाखे नहीं जलाए जाएंगे तो भी गुरुवार की रात दिल्ली की एयर क्वालिटी बहुत खराब से गंभीर हो सकती है लेकिन पटाखों ने इस स्थिति को और बिगाड़ा है. सेफर के मुताबिक पटाखों के चलते एक्यूआई 500 भी पार कर सकता है. सेफर के मुताबिक दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने की भागीदारी करीब 25 फीसदी है. आज 5 नवंबर को पराली जलाने का असर 35 फीसदी और फिर 6-7 नवंबर को 40 फीसदी तक पहुंच सकता है.