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केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में लगाई जाने वाली कोरोना वैक्सीन के लिए लिए जाने वाले शुल्क की अधिकतम सीमा तय कर दिया है.
Covid-19 Vaccine: केंद्र सरकार ने 8 जून को Covishield और Covaxin की 44 करोड़ डोज के ऑर्डर दिए जाने की जानकारी दी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ये 44 करोड़ डोज अब से लेकर दिसंबर 2021 तक उपलब्ध होंगी. केंद्र सरकार ने इन डोजेज के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ऐलान के बाद ऑर्डर किया है जिसमें उन्होंने 18-44 आयुवर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए कहा था कि अब ये टीके केंद्र राज्यों को देगी. इससे पहले 18-44 वर्ष के लोगों को सरकारी केंद्रों पर लगने वाले मुफ्त टीके के इंतजाम का काम राज्यों को सौंप दिया गया था. केंद्र सरकार के फैसले के मुताबिक वह 75 फीसदी वैक्सीन खरीदकर राज्यों को मुफ्त में देगी और बाकी 25 फीसदी निजी अस्पताल सीधे खरीद सकेंगे जिसे लगवाने के लिए लोगों को पैसे चुकाने होंगे.
कोवीशील्ड की 25 करोड़ और कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज
राष्ट्रीय कोविड टीकाकरण कार्यक्रम की गाइडलाइन्स में बदलाव के ऐलान के मुताबिक इस पर तुरंत अमल किया गया और केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को कोवीशील्ड वैक्सीन की 25 करोड़ डोज और भारत बॉयोटेक को कोवैक्सीन की 19 करोड़ डोज के लिए ऑर्डर कर दिया है. ऑफिशियल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इन दोनों ही वैक्सीन कंपनियों को 30 फीसदी एडवांस जारी कर दिया गया है.
प्राइवेट हॉस्टिपल्स में वैक्सीन की अधिकतम कीमत तय
केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में लगाई जाने वाली कोरोना वैक्सीन के लिए लिए जाने वाले शुल्क की अधिकतम सीमा तय कर दिया है. इस समय देश में तीन वैक्सीन उपलब्ध है- कोवीशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक 5. इन तीनों ही वैक्सीन के लिए अधिकतम कीमत तय हुई है. अब निजी अस्पताल कोवीशील्ड की एक डोज के लिए अधिकतम 780 रुपये, कोवैक्सीन के लिए 1410 रुपये और स्पुतनिक 5 के लिए 1145 रुपये ले सकेंगे. राज्यों व यूनियन टेरीटरीज को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इससे अधिक चार्ज लेने पर निजी वैक्सीनेशन केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कहा है.