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नई रेलवे लाइन न सिर्फ दो राज्यों गुजरात और राजस्थान को वैकल्पिक रूट के जरिए जोड़ेगी बल्कि तीन धार्मिक स्थलों को भी जोड़ेगी और इससे मुख्य रेलवे लाइन पर ट्रैफिक भी कम होगा.
Indian Railway News: मोदी सरकार ने गुजरात और राजस्थान के तीन धार्मिक स्थलों तक आने-जाने की बेहतर सुविधा के लिए एक नए रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस ब्रीफिंग में यह जानकारी दी है. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 2798.16 करोड़ रुपये है और इसके वर्ष 2026-27 तक पूरा होने की उम्मीद है.
ठाकुर ने जानकारी दी कि नई रेलवे लाइन न सिर्फ दो राज्यों गुजरात और राजस्थान को वैकल्पिक रूट के जरिए जोड़ेगी बल्कि तीन धार्मिक स्थलों को भी जोड़ेगी और इससे मुख्य रेलवे लाइन पर ट्रैफिक भी कम होगा. इसके अलावा इस रेल लाइन से आबू रोड भी जुड़ा है जिससे 37 किमी ऊपर राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन माउंट आबू स्थित है.
ये तीन धार्मिक स्थल जुड़ेंगे नई रेल लाइन से
- गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित तारंगा पहाड़ी जैन और बौद्ध दोनों धर्मों के अनुयाइयों के लिए महत्वपूर्ण स्थल है. राज्य के पर्यटन वेबसाइट के मुताबिक इस पहाड़ी पर 12वीं सदी में सबसे पुराना जैन मंदिर बनाया गया था.
- तारंगा पहाड़ी पर चौथी सदी का अहम बौद्ध स्मारक भी है.
- गुजरात के बानसकांठा जिले के अंबाजी में देवी अरासुरी का मुख्य मंदिर है. देवी अरासुरी की पूजा प्रारंभिक वैदिक काल से पहले से होती आ रही है.
नई रेल लाइन की खास बातें
- नई तारंगा हिल-अंबाजी-आबू रोड रेल लाइन का निर्माण गुजरात में शुरू हो चुका है.
- यह 116.65 किमी लंबी है.
- यह 2026-27 तक बनकर पूरा होगा.
- रेल प्रोजेक्ट के पूरा होने पर इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास में उछाल की संभावना जताई जा रही है. इसके अलावा कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी.
- सरकार का मानना है कि इससे विदेशी निवेश भी आकर्षित होगा.
- सरकार का दावा है कि इस प्रोजेक्ट से क्षेत्र के कृषि और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा.
- नई रेल लाइन अहदाबाद-आबू रोड रेलवे लाइन के लिए वैकल्पिक रूट होगी.