/financial-express-hindi/media/post_banners/cWyo0WW6Wpgo3igdLe8Y.jpg)
"I pray that those pilgrims injured recover at the earliest," he said.
पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार पर 90,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे.Prime Minister Modi Today Speech Live: Prime Minister Modi Today Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक बड़ा एलान किया है. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार दिवाली और छठ पूजा तक कर दिया है. यानी, अब नवंबर तक देश के करीब 80 करोड़ गरीब लोगों को मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया जाएगा. जिसके तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल के अलावा प्रति परिवार 1 किलो चना मुफ्त मिलेगा. कोरोनावायरस महामारी में केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों को राहत देने के लिए इस स्कीम का एलान किया था. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के विस्तार पर 90,000 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे. इसके साथ ही इस स्कीम पर कुल खर्च करीब 1.50 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा.
कोरोना महामारी के दौर में पीएम मोदी का यह छठां राष्ट्र के नाम संबोधन रहा. पीएम मोदी ने कहा कि महामारी के इस दौर में भारत दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले बेहतर स्थिति में है. लेकिन हम देख रहे हैं कि जब से अनलॉक 1 हुआ है, लोग लापरवाह होते जा रहे हैं. लॉकडाउन में लोग अधिक सावधान थे. अब अनलॉक में जब अधिक सावधानी जरूरी है तो लापरवाही बढ़ना हानिकारक है. अनलॉक के दौरान अधिक सावधानी आवश्यक है, विशेषकर कंटेनमेंट जोन्स में. देश में स्थानीय प्रशासन को नियमों का पालन करवाना आवश्यक है.
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान केन्द्र व राज्य सरकार, सिविल सोसायटी के सदस्यों आदि ने पूरा प्रयास किया कि कोई गरीब भूखा न रहे. देश हो या इंसान, समय पर फैसला लेने से संकट का मुकाबला करने की पावर कई गुना बढ़ जाती है. इसीलिए सरकार लॉकडाउन की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना लाई. इसमें पौने दो लाख का पैकेज घोषित हुआ. 9 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 18000 करोड़ रुपये डाले गए. 20 करोड़ से अधिक महिला जनधन अकाउंट होल्डर्स के अकाउंट में पैसे डाले गए.
80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने (अप्रैल, मई, जून) का राशन मुफ्त दिया गया. इसके अतिरिक्त प्रति परिवार हर महीने 1 किलो दाल भी मुफ्त दी गई. अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना से अधिक लोगों को, यूरोपीय यूनियन की आबादी से दोगुने लोगों को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है.
नवंबर तक मुफ्त 5 किलो राशन का फायदा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगे के समय में कई त्योहार आ रहे हैं. इसे ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न स्कीम को दिवाली और छठ यानी नवंबर आखिर तक बढ़ाने का फैसला किया है. यानी 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को नवंबर तक 5 किलो गेहूं या 5 किलो चावल मुफ्त मिलेगा. साथ ही हर परिवार को हर माह 1 किलो चना भी मुफ्त मिलेगा. इस विस्तार में 90000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे. पिछले 3 माह का खर्च भी एड कर दें तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न स्कीम का कुल खर्च 1.5 लाख करोड़ रुपये होता है.
आगे कहा कि आने वाले समय में हम प्रयासों को और तेज करेंगे. गरीब, वंचित, शोषित आदि के हित के लिए और कदम उठाएंगे. आत्मनिर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल के लिए प्रयास आगे बढ़ाएंगे. लेकिन आगे भी आप लोग सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना और सभी आवश्यक एहतियात बरततना जारी रखिए.
किसानों और टैक्सपेयर्स को दिया श्रेय
पीएम मोदी ने कहा कि आज गरीब को, ज़रूरतमंद को, सरकार अगर मुफ्त अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय प्रमुख रूप से दो वर्गों को जाता है. पहला- हमारे देश के मेहनती किसान, हमारे अन्नदाता. दूसरा- हमारे देश के ईमानदार टैक्सपेयर. पीएम मोदी ने कहा, ''आपने ईमानदारी से टैक्स भरा है, अपना दायित्व निभाया है, इसलिए आज देश का गरीब, इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है. मैं आज हर गरीब के साथ ही, देश के हर किसान, हर टैक्सपेयर का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, उन्हें नमन करता हूं''
कोरोला काल: 19 मार्च को था पहला संबोधन
इससे पहले प्रधानमंत्री ने 12 मई को राष्ट्र को संबोधित किया था, उस वक्त उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एलान किया था. देश में कोरोनावायरस महामारी के बीच पीएम मोदी ने पहली बार 19 मार्च को देशवासियों को संबोधित किया था, जिसमें उन्होंने जतना कर्फ्यू का ऐलान किया. इसके बाद उन्होंने 24 मार्च, 3 अप्रैल, 14 अप्रैल और 12 मई को भी राष्ट्र को संबोधित किया.
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
Follow Us