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तीसरे चरण का वैक्सीनेशन कार्यक्रम 1 मई से शुरू होगा.
भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू हो चुका है. इसके तीसरे चरण की शुरूआत 1 मई से होगी जिसमें 18-44 वर्ष की उम्र के लोगों को भी शामिल किया जाएगा. इस आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल किए जाने पर वैक्सीन की शॉर्टेज न हो, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 4 करोड़ वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर निकालने का फैसला किया है. यह फैसला राज्य सरकार की कोर कमेटी ने लिया है. इसके लिए टेंडर एक या दो दिन में जारी कर दिया जाएगा. बता दें कि देश में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है जिसके चलते तीसरे चरण में वैक्सीन की सप्लाई बहुत बड़ी चुनौती साबित होने वाली है.
जरूरत पड़ने पर और 4 करोड़ के लिए जारी होंगे टेंडर
एमएसएमई मिनिस्टर और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने फाइनेंशियल एक्सप्रेस से बातचीत में बताया कि 4 करोड़ वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर एक या दो दिन में जारी कर दिया जाएगा. उन्होंने जानकारी दी कि शुरुआत में 4 करोड़ वॉयल्स के लिए टेंडर निकाला जाएगा और अगर जरूरत पड़ी तो 4 करोड़ अतिरिक्त वॉयल्स के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा. सिंह ने कहा कि इसके लिए 10 दिनों का समय दिया जाएगा ताकि जल्द से जल्द वैक्सीनेशन शुरू किया जा सके.
1 करोड़ वैक्सीन का ऑर्डर हो चुका है प्लेस्ड
देश में सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है जिसमें 23 करोड़ से अधिक लोग रहते हैं. ऐसे में 1 मई से 18-44 वर्ष की उम्र के लोगों को भी वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल किए जाने पर उत्तर प्रदेश सरकार को सभी के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करना बहुत चुनौती भरा है. राज्य सरकार ने कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के लिए पहले ही 50-50 लाख ऑर्डर कर चुके हैं लेकिन यह मांग के मुताबिक पर्याप्त नहीं है. ऐसे में राज्य सरकार ने वैश्विक स्तर पर वैक्सीन की व्यवस्था करने का फैसला किया है.
तीसरे चरण के लिए अलग से होगा वैक्सीन का इंतजाम
केंद्र सरकार ने तीसरे चरण का एलान करते हुए यह भी कहा कि राज्यों/यूनियन टेरीटरी के पास जो वैक्सीन का स्टॉक अभी है, उसका इस्तेमाल तीसरे चरण में 18-44 वर्ष की उम्र के लोगों को लगाने के लिए नहीं किया जा सकता. इस स्टॉक का इस्तेमाल सिर्फ 45 वर्ष की उम्र से अधिक के लोगों के लिए किया जा सकता है जिन्हें दूसरे चरण में वैक्सीनेशन ड्राइव में शामिल किया गया था. ऐसे में राज्यों को तीसरे चरण के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करनी है और इसमें अब महज एक ही दिन बचे हैं. सिंह ने कहा कि वैक्सीनेशन केंद्र तैयार हैं और सभी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार हो चुके हैं लेकिन सबसे बड़ी चुनौती सप्लाई टाइमलाइन को लेकर है. सिंह ने कहा कि वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर्स से वैक्सीन मिलते ही तीसरे चरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
(Article: Deepa Jainani)